राजस्थान के उपभोक्ताओं को अब अपनी थाली में घी की खुशबू और स्वाद का आनंद लेने के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे, क्योंकि राज्य में सरस घी के दाम में बढ़ोतरी हो गई है। त्योहारों के मौसम में घी की मांग में तेजी आने के कारण यह निर्णय लिया गया है।
राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) के प्रबंधन ने सरस घी के दामों में 20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह निर्णय त्योहारों के मद्देनजर लिया गया है, जब बाजारों में घी की खपत में अत्यधिक बढ़ोतरी हो जाती है। इस समय, विशेष रूप से मिठाइयों और पकवानों में घी का उपयोग बढ़ जाता है, और लोग इसे घरों में विशेष अवसरों पर इस्तेमाल करते हैं।
आरसीडीएफ के अधिकारियों के अनुसार, बढ़ती मांग को देखते हुए दामों में यह वृद्धि की गई है। इसके पीछे कारण है उत्पादन की बढ़ी हुई लागत, जैसे कि दूध की कीमतों में वृद्धि, परिवहन खर्च और अन्य संसाधनों की बढ़ी हुई कीमतें। इन कारणों के चलते डेयरी उत्पादों की कीमतों में भी वृद्धि हो रही है, जो अब उपभोक्ताओं पर असर डाल रही है।
यह बढ़ोतरी राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में प्रभावी हो चुकी है और अब उपभोक्ताओं को सरस घी की बोतलें पहले की तुलना में ज्यादा कीमत पर मिल रही हैं। हालांकि, राजस्थान में घी का उपयोग पारंपरिक रूप से त्योहारों और विशेष अवसरों पर विशेष रूप से किया जाता है, ऐसे में घी की बढ़ी हुई कीमतें लोगों के बजट पर असर डाल सकती हैं।
कुछ उपभोक्ता महंगे होने के बावजूद सरस घी की गुणवत्ता और स्वाद को प्राथमिकता देते हुए इसे खरीदने का निर्णय ले सकते हैं, जबकि अन्य लोग इस बढ़ोतरी के बाद दूसरे ब्रांड्स का रुख कर सकते हैं। इसके अलावा, इस वृद्धि का असर अन्य डेयरी उत्पादों की कीमतों पर भी हो सकता है, जिससे उपभोक्ता की खरीदारी पर असर पड़ेगा।