ज्योतिष एक प्राचीन विद्या है, जिसमें पंचांग का विशेष महत्व है। पंचांग तिथि, वार, योग, नक्षत्र और करण के योग से बनता है, जो पूरे दिन के अशुभ और शुभ समय के बारे में बताता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, आज 26 जुलाई 2025 को रात्रि 10:42 बजे तक श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि रहेगी, उसके बाद तृतीया तिथि प्रारंभ होगी। नक्षत्र की बात करें तो दोपहर 03:52 बजे तक आश्लेषा है, उसके बाद मघा प्रारंभ होगा। जबकि बालव करण सुबह 10:58 बजे तक रहेगा, जिसके बाद कौलव और तैतिल करण का संयोग है। शनिवार को प्रातः 04:05 बजे तक व्यतिपात योग था और अब वरियान योग चल रहा है।
दिन: शनिवार
शनिदेव और बजरंगबली को समर्पित
पूर्णिमा और अमांत: श्रावण (सावन)
विक्रम और शक संवत: कल्युतक (2082) और विश्वावसु (1947)
गुजराती संवत: 2081 नल
व्रत और त्यौहार: चंद्र दर्शन
दिशा शूल: पूर्व
नवग्रहों की स्थिति
सूर्य और बुध: कर्क राशि में
चंद्रमा: दोपहर 03:51 बजे तक कर्क राशि में रहेगा, उसके बाद सिंह राशि में गोचर करेगा
बृहस्पति: मिथुन राशि में
शुक्र: सुबह 09:02 बजे तक वृषभ राशि में रहेगा, उसके बाद मिथुन राशि में गोचर करेगा
मंगल और केतु: सिंह राशि में
शनि: मीन राशि में
राहु: कुंभ राशि में
सूर्योदय से चंद्रास्त तक का समय
सूर्योदय: सुबह 05:39 बजे
सूर्यास्त: शाम 07:16 बजे
चंद्रोदय: सुबह 06:56
चंद्रास्त: रात्रि 08:34
आज का शुभ मुहूर्त
आज 26 जुलाई 2025 को प्रातः 04:16 से 04:58 तक ब्रह्म मुहूर्त है, उसके बाद दोपहर 12 बजे से 12:55 तक अभिजीत मुहूर्त, शाम 07:16 से 07:37 तक गोधूलि मुहूर्त, दोपहर 02:16 से 03:52 तक अमृत काल, प्रातः 04:37 से 05:39 तक प्रातः काल, दोपहर 02:44 से 03:38 तक विजय मुहूर्त, सायं 07:16 से 08:18 तक सायं काल।
आज का अशुभ मुहूर्त
आज राहु काल सुबह 9:03 से 10:45 बजे तक, आदल योग सुबह 5:39 से दोपहर 3:52 बजे तक, यमगण्ड काल दोपहर 2:10 से 3:52 बजे तक और गुलिक काल सुबह 5:39 से 7:21 बजे तक है। वहीं दुर्मुहूर्त सुबह 5:39 से 7:28 बजे तक, विदाल योग दोपहर 3:52 से 27 जुलाई की सुबह 5:40 बजे तक और वर्ज्य योग 27 जुलाई की सुबह 4:07 से 5:45 बजे तक बन रहा है। हालाँकि, दिन भर गण्ड मूल रहेगा। जबकि भद्रा और विंच्छुदो नहीं बन रहे हैं।
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