हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर ज़िले में मंगलवार को भूस्खलन की चपेट में बस आने से हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है.
हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि बिलासपुर ज़िले में एक प्राइवेट बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है.
उन्होंने कहा, "इस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई है. 18 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जिनमें से तीन को अस्पताल भेजा गया है. बस में कुल कितने लोग सवार थे इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. शुरुआती अनुमान के मुताबिक, 25-30 लोग बताए जा रहे हैं और मैं घटनास्थल पर जा रहा हूं."
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मज़बूती से खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.
पीएम ने किया मुआवज़े का एलानहादसे में हुई मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है.
साथ ही हादसे के मृतकों और घायलों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मुआवज़े की भी घोषणा की है.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए एक्स पोस्ट में लिखा है, "हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुए हादसे में हुई जनहानि से दुखी हूं. इस मुश्किल घड़ी में हादसे से प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं."
"पीएमएनआरएफ से हर मृतक के परिवार को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हज़ार रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा."
इससे पहले सीएम सुक्खू ने घटना की जानकारी देते हुए सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, "बिलासपुर ज़िले के झंडूता विधानसभा क्षेत्र के बालूघाट के पास हुए भीषण भूस्खलन की ख़बर ने मन को भीतर तक झकझोर दिया है."
पिछले दो दिनों से हिमाचल प्रदेश समेत कई पहाड़ी राज्यों में बारिश और बर्फ़बारी हुई है. ख़राब मौसम के कारण आम जन जीवन भी प्रभावित हुआ है.
मंगलवार को भी हिमाचल के मनाली, चंबा, मंडी और आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी देखने को मिली.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा, "हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में भूस्खलन के चलते हुआ दर्दनाक बस हादसा जिसमें कई लोगों की मृत्यु की ख़बर है, बेहद पीड़ादायक व दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य सरकार द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है. मुख्यमंत्री व्यक्तिगत तौर पर राहत और बचाव के कार्य को देख रहे हैं और सरकार पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही है. शोकाकुल परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं. हम उनके साथ खड़े हैं."
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.
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