ठंड ने दस्तक दे दी है। बच्चों को स्कूलों की तरफ से ठंड और क्रिसमस के मौके पर छुट्टी मिलती है। ऐसे में कई परिवार वाले घूमने निकल जाते हैं। यदि आप भी इस सर्दी में घूमने का प्लान बना रहे हैं और आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो आपको भारतीय रेलवे के टिकट से जुड़े नियमों की जानकारी होनी चाहिए। आपको यह पता होना चाहिए कि कब आपका बच्चा मुफ्त में ट्रेन में सफर कर सकता है और कब आपको उसके लिए टिकट लेनी ही पड़ेगी। चलिए जानते हैं बच्चों के लिए टिकट के क्या है भारतीय रेलवे के नियम।
रेलवे देता है छूटट्रेन में रोजाना करोड़ों लोग सफर करते हैं। तीज, त्योहार और छुट्टियों के मौके पर तो यात्रियों की संख्या और बढ़ जाती है। भारतीय रेलवे के द्वारा बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों को ट्रेन टिकट में कुछ छूट दी जाती है। उम्र के अनुसार कई बच्चों का ट्रेन में हाफ टिकट लग सकता है, तो कई का फूल और कुछ बच्चों को मुफ्त में यात्रा करने की सुविधा मिलती है।
बच्चों के लिए भारतीय रेलवे के टिकट नियम1. यदि बच्चे की उम्र 5 साल तक की है तो उसके लिए आपको अलग से टिकट लेने की आवश्यकता नहीं है। बच्चे माता-पिता या अभिभावक के साथ यानी उनकी सीट पर सफर कर सकते हैं।
2. यदि बच्चे की उम्र 5 साल से अधिक और 12 साल तक है तो उसके लिए हाफ टिकट खरीदना अनिवार्य रहेगा। हाफ टिकट का मतलब यह नहीं है कि उसे अलग से बर्थ या सीट दी जाएगी। यदि अलग से सेट की आवश्यकता है तो बच्चे के लिए फूल टिकट खरीदना होगा। हाफ टिकट लेकर केवल आप बच्चों को अपनी सीट या बर्थ पर ही एडजेस्ट कर सकते हैं।
3. 12 साल से अधिक उम्र वाले बच्चों के लिए वयस्कों के जैसे ही फूल टिकट खरीदना होगा।
4. यदि बच्चा विकलांग है तो टिकट पर 75% तक की छूट मिल सकती है।
5. किसी भी परिस्थिति में यदि बच्चे के लिए अलग से सेट की आवश्यकता है तो फूल टिकट खरीदनी पड़ेगी।
इन बातों का रखें ध्यानअगर आप भी बच्चों के लिए भारतीय रेलवे की छूट का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको अपने साथ बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट और पहचान पत्र रखना होगा। ताकि चेकिंग के दौरान उनकी वास्तविक उम्र का पता चल सकें। कई लोग झूठी उम्र बताकर इस नियम का लाभ लेते हैं, इसलिए बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट चेक किया जाता है। यदि आप भी चाहते हैं की छुट्टियों के दौरान आपका सफर आराम से कटे तो टिकट बुकिंग के दौरान ही भारतीय रेलवे के सभी नियमों को ध्यान से पढ़े और उनका अनुसरण करें।
रेलवे देता है छूटट्रेन में रोजाना करोड़ों लोग सफर करते हैं। तीज, त्योहार और छुट्टियों के मौके पर तो यात्रियों की संख्या और बढ़ जाती है। भारतीय रेलवे के द्वारा बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों को ट्रेन टिकट में कुछ छूट दी जाती है। उम्र के अनुसार कई बच्चों का ट्रेन में हाफ टिकट लग सकता है, तो कई का फूल और कुछ बच्चों को मुफ्त में यात्रा करने की सुविधा मिलती है।
बच्चों के लिए भारतीय रेलवे के टिकट नियम1. यदि बच्चे की उम्र 5 साल तक की है तो उसके लिए आपको अलग से टिकट लेने की आवश्यकता नहीं है। बच्चे माता-पिता या अभिभावक के साथ यानी उनकी सीट पर सफर कर सकते हैं।
2. यदि बच्चे की उम्र 5 साल से अधिक और 12 साल तक है तो उसके लिए हाफ टिकट खरीदना अनिवार्य रहेगा। हाफ टिकट का मतलब यह नहीं है कि उसे अलग से बर्थ या सीट दी जाएगी। यदि अलग से सेट की आवश्यकता है तो बच्चे के लिए फूल टिकट खरीदना होगा। हाफ टिकट लेकर केवल आप बच्चों को अपनी सीट या बर्थ पर ही एडजेस्ट कर सकते हैं।
3. 12 साल से अधिक उम्र वाले बच्चों के लिए वयस्कों के जैसे ही फूल टिकट खरीदना होगा।
4. यदि बच्चा विकलांग है तो टिकट पर 75% तक की छूट मिल सकती है।
5. किसी भी परिस्थिति में यदि बच्चे के लिए अलग से सेट की आवश्यकता है तो फूल टिकट खरीदनी पड़ेगी।
इन बातों का रखें ध्यानअगर आप भी बच्चों के लिए भारतीय रेलवे की छूट का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको अपने साथ बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट और पहचान पत्र रखना होगा। ताकि चेकिंग के दौरान उनकी वास्तविक उम्र का पता चल सकें। कई लोग झूठी उम्र बताकर इस नियम का लाभ लेते हैं, इसलिए बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट चेक किया जाता है। यदि आप भी चाहते हैं की छुट्टियों के दौरान आपका सफर आराम से कटे तो टिकट बुकिंग के दौरान ही भारतीय रेलवे के सभी नियमों को ध्यान से पढ़े और उनका अनुसरण करें।
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