बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बाइक पर सवार दंपत्ति पर हमले के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह हमला एक साजिश का हिस्सा था, जिसमें मुख्य आरोपी खुद पीड़ित निकला। गौरव नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए 5 लाख रुपये की सुपारी दी थी। इस मामले में पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है।
पुलिस की जांच में खुलासा
बागपत के एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गौरव, जो गाजियाबाद का निवासी है, ने पुलिस को सूचित किया था कि उसके परिवार पर फायरिंग हुई है। दोघट थाना क्षेत्र में बाइक सवार दो बदमाशों ने उसकी पत्नी और बेटी पर गोलियां चलाईं और भाग गए। जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो पता चला कि गौरव ही इस गोलीकांड का मास्टरमाइंड था।
गौरव ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी नीतू के साथ उसका विवाद रहता था। उसने तांत्रिक बाबा कैलाश से संपर्क किया, जिसने 5 लाख रुपये में सुपारी सोनू नामक व्यक्ति को दी। सोनू, देवेंद्र, पंकज, सौरव और तांत्रिक कैलाश ने मिलकर नीतू को मारने की योजना बनाई।
हत्या की योजना में चूक
हत्या को देना था अंजाम हुई चूक
गौरव ने बताया कि योजना के अनुसार देवेंद्र और सौरव ने दाहा बरनावा मार्ग पर उसकी गाड़ी को टक्कर मारी। गौरव ने गाड़ी से उतरकर उनके साथ झगड़ा शुरू कर दिया। झगड़ा देखकर उसकी पत्नी नीतू और बेटी आदिरा भी गाड़ी से बाहर आ गईं, तभी बदमाशों ने उन पर गोली चला दी। हालांकि, दोनों बच गईं।
मुठभेड़ में गिरफ्तारी
मुठभेड़ में दो गिरफ्तार
दोघट पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ के दौरान देवेंद्र और सोनू को पकड़ा गया, जिनके पास से दो अवैध तमंचे, कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद की गई। गौरव, कैलाश और पंकज को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि सौरव अभी भी फरार है। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने कहा कि इस घटना में शामिल छह लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है।