Ahmedabad, 7 सितंबर . धरोई बांध से भारी पानी छोड़े जाने के कारण Ahmedabad में एहतियाती कदम उठाए गए. पिछले दो दिनों में गुजरात के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण अधिकारियों को धरोई बांध और लाकरोदा वीयर से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ना पड़ा है, जिसके कारण Ahmedabad के निचले इलाकों में कई सुरक्षा उपाय करने पड़े हैं.
अधिकारियों ने धरोई बांध से लगभग 95,000 क्यूसेक और लाकरोदा वीयर से 90,000 क्यूसेक पानी छोड़ा.
Sunday को, बहिर्वाह और बढ़ गया – धरोई बांध ने 95,000 क्यूसेक पानी छोड़ा, जबकि लाकरोदा वीयर से पानी का बहाव बढ़कर 1.47 लाख क्यूसेक हो गया.
धरोई और संत सरोवर सहित ऊपरी धारा से अंतर्वाह 1.20 लाख क्यूसेक को पार कर गया, जिससे Ahmedabad जिले से होकर नीचे की ओर समुद्र की ओर पानी मोड़ने के लिए वासना बैराज के 27 द्वार खोलने पड़े. जिसके कारण रणसाबरमती रिवरफ्रंट का निचला सैरगाह जलमग्न हो गया.
वासना बैराज से शाम 5 बजे के आसपास पानी का बहाव 93,658 क्यूसेक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, और जलस्तर 131 फीट दर्ज किया गया. हाल के वर्षों में अधिकतम प्रवाह 2017 में 1.85 लाख क्यूसेक, 2019 में 90,000 क्यूसेक और 2022 में 50,000 क्यूसेक रहा है.
इस वर्ष, Sunday दोपहर 2 बजे अब तक का सबसे अधिक 1.06 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. Ahmedabad नगर निगम (एएमसी) ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नदी तट के सैरगाह को बंद कर दिया और साबरमती के दोनों किनारों पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया. स्थानीय पुलिस थानों को सतर्क कर दिया गया है और गश्ती दल संवेदनशील क्षेत्रों की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं.
लाउडस्पीकरों से लैस पुलिस वैन निचले इलाकों के गांवों में घूम रही हैं और निवासियों को नदी तल में प्रवेश करने या उफनते किनारों के पास जाने से मना कर रही हैं. एहतियाती कदम के तौर पर, परीक्षित नगर के 25 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है.
अधिकारियों ने नागरिकों से सतर्क रहने, नदी तट के इलाकों से बचने और आधिकारिक सलाह का पालन करने का आग्रह किया है क्योंकि नदी का प्रवाह जारी है. प्रशासन ने कहा कि वह जल स्तर पर बारीकी से नजर रख रहा है तथा जारी भारी निर्वहन से होने वाले खतरे को कम करने के लिए सभी संभव उपाय कर रहा है.
–
एएसएच/डीकेपी
You may also like
राजमा-छोले खाकर भी घटा सकते हैं वजन, जानें कौन सा ज्यादा असरदार है
PM मोदी ने किया हिमाचल प्रदेश का दौरा, बारिश-बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए 1500 करोड़ का ऐलान, मृतकों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
7 साल भटका... TMKOC के अब्दुल को नहीं मिल रहा था काम, ऑफिस के चक्कर काटते थे शरद सांकला, असित मोदी मसीहा बनकर आए
लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में भीषण हिमस्खलन, महार रेजिमेंट के तीन अग्निवीर जवान शहीद
कपड़े उतारो टोटका` करना है! भाई की शादी नहीं हो रही थी, तो पत्नी और सास को किया निर्वस्त्र, ये कैसा सनकी पति?