ढाका, 13 अगस्त . बांग्लादेश में रवींद्र विश्वविद्यालय के स्थायी कैंपस के निर्माण के लिए विकास परियोजना प्रस्ताव (डीपीपी) की मंजूरी और पूर्ण क्रियान्वयन की मांग को लेकर Wednesday को छात्रों ने ढाका-उत्तरी जिलों के रेलमार्ग पर धरना देकर ट्रैक जाम कर दिया. इससे आठ ट्रेनें रास्ते में ही रुक गईं.
सुबह 9 बजे (स्थानीय समय) सिराजगंज जिले के उल्लापाड़ा रेलवे स्टेशन पर शुरू हुए इस आंदोलन के कारण ढाका और पश्चिमी क्षेत्र के बीच रेल संपर्क बाधित हो गया. फंसी ट्रेनों में सिल्क सिटी, चिलहाटी, रंगपुर, एकोटा, धूमकेतु, कुरिग्राम, चित्रा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल हैं. पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक फरीद अहमद ने बताया कि हालांकि अभी तक ट्रेन संचालन का शेड्यूल प्रभावित स्तर पर नहीं पहुंचा है.
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की स्थापना हुए नौ साल और स्थायी कैंपस की घोषणा हुए आठ साल बीत चुके हैं, फिर भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ. इसके चलते छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को शैक्षणिक गतिविधियों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि कैंपस निर्माण कार्य शुरू और पूरा होने तक वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे.
इससे पहले Sunday को छात्रों ने हाटीकुमरुल गोलचत्तर पर हाईवे जाम कर सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने Wednesday को रेलवे ट्रैक जाम कर दिया. Monday को भी छात्रों ने अस्थायी कैंपस में सीमित जगह के कारण नवागंतुक छात्रों का स्वागत समारोह हाईवे पर आयोजित कर विरोध दर्ज कराया था.
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 19 से 30 के बीच भी छात्रों ने लगातार हाईवे जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद सरकार ने आश्वासन देकर आंदोलन को अस्थायी रूप से खत्म कराया था. लेकिन डीपीपी को अब तक मंजूरी न मिलने से छात्रों ने 26 जुलाई को रवींद्र विश्वविद्यालय दिवस के बहिष्कार के साथ फिर से विरोध शुरू कर दिया.
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डीएससी/
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