बक्सर, 24 मई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नीति आयोग की बैठक को कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने पाखंड और ध्यान भटकाने की कवायद करार दिया. उनके इस बयान पर भाजपा हमलावर है. भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने शनिवार को जयराम रमेश को राहुल गांधी का माउथपीस बताया.
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “उनके जमाने में प्लानिंग कमीशन होता था, और प्लानिंग कमीशन का काम हर मुख्यमंत्री को ब्लैकमेल करना होता था. उस समय 32 प्रतिशत की राशि सरकार को दी जाती थी. मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद हर राज्य को 42 प्रतिशत राशि मिल रही है. हर चीज के लिए एक बाकायदा पॉलिसी मेकिंग बॉडी बनाई गई है.”
उन्होंने कहा, “जयराम रमेश को यही पसंद है कि कहां-कहां कितनी पैसा बांटने की बॉडी रहे, जिससे कि कांग्रेस उसे आर्थिक लाभ अपने खास राज्यों को दे सके या जो राज्य पहले से लाभान्वित है, उन्हीं को ज्यादा से ज्यादा पैसा दे सके. नीति आयोग बनने के बाद अब एक फ्रेमवर्क हो गया है. हर राज्य सरकार जान गई है कि उसकी क्या हिस्सेदारी है, और उसे भविष्य में कैसे कार्य करना है, इसकी भी मदद नीति आयोग करती है.”
जायसवाल ने कहा, ” ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भी उन्होंने बोला, बालाकोट हुआ था तो भी सवाल उठाया, जब उरी में सर्जिकल स्ट्राइक हुआ था तो उस समय भी उन्होंने सवाल किया था. मैं इन सब पर कुछ कहना नहीं चाहूंगा. जयराम रमेश के साथ बहुत बड़ी दिक्कत है. वह राहुल गांधी के माउथपीस हैं, जैसा राजा वैसा ही राजा का दरबारी.”
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 10वीं बैठक हुई, जिसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए.
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एससीएच/एकेजे
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