उदयपुर, 07 अक्टूबर । हिन्दुस्तान जिंक की जावर ग्रुप ऑफ माइंस में खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) के तत्वावधान में “हैवी अर्थ मूविंग मशीनरी में तकनीकी प्रगति” विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला जावर माइंस के एक्जीक्यूटिव क्लब में आयोजित हुई, जिसमें डीजीएमएस अधिकारियों, ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर (OEM) पार्टनर्स और हिन्दुस्तान जिंक की तकनीकी टीमों ने भाग लिया।
कार्यशाला का उद्देश्य खनन कार्यों में नवाचार, सुरक्षा और परिचालन उत्कृष्टता को बढ़ावा देना था। इस दौरान प्रतिभागियों ने प्रस्तुतियों और इंटरैक्टिव सत्रों के माध्यम से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
कार्यक्रम में डीजीएमएस से डीडीजी आर. टी. मंडेकर, डीएमएस जे. पी. वर्मा, संदीप श्रीवास्तव, विनोद राजक, टॉम मैथ्यू, डीडीएमएस संकेत कुमार, समीर सौरभ, के. विजय कुमार और तम्मल्ला वासु शामिल हुए। हिन्दुस्तान जिंक की ओर से सीओओ किशोर एस और आईबीयू सीईओ (जावर) अंशुल कुमार खंडेलवाल उपस्थित रहे।
सत्रों में हैवी अर्थ मूविंग मशीनरी की सुरक्षा मानकों में सुधार, ओईएम रखरखाव की सर्वोत्तम प्रथाएं, टकराव से बचाव प्रणाली, तथा भूमिगत खनन उपकरणों में स्वचालन और डिजिटल तकनीकों को शामिल करने पर विशेष चर्चा की गई। साथ ही नियामक अनुपालन, डीजीएमएस अनुमोदन प्रक्रियाएं और विश्व स्तरीय सुरक्षा तंत्र के मानकीकरण पर भी विचार-विमर्श हुआ।
यह कार्यशाला हिन्दुस्तान जिंक की तकनीकी इनोवेशन, परिचालन उत्कृष्टता और सुरक्षा के सर्वोच्च मानकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। जानकारी के आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देकर कंपनी ने सुरक्षित, कुशल और स्थायी खनन कार्यों के प्रति अपने समर्पण को और मजबूत किया है।
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