पुणे, 4 जुलाई . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पुणे में जयराज स्पोर्ट्स एंड कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार उपस्थित रहे. इस दौरान डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के ‘जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय गुजरात’ का नारा लगाया, जिसने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया.
विपक्षी दलों ने इसे मराठी अस्मिता के खिलाफ बताकर शिंदे पर निशाना साधा. हालांकि, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे का बचाव करते हुए कहा, “मैं सभी को याद दिलाना चाहता हूं कि पहले भी, जब चिकोड़ी में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया गया था, तो शरद पवार ने ‘जय महाराष्ट्र, जय कर्नाटक’ कहा था. क्या इसका मतलब यह है कि शरद पवार को कर्नाटक अधिक और महाराष्ट्र कम पसंद है?
उन्होंने आगे कहा कि यह संकुचित सोच है कि ‘जय गुजरात’ कहने से किसी की मराठी अस्मिता कम हो जाती है. मराठी मानुष का दृष्टिकोण व्यापक है, उसे संकुचित नहीं करना चाहिए. हम एक भारत के लोग हैं. हम सारे लोग भारतीय हैं. हमें पहला अभिमान महाराष्ट्र का होना चाहिए लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम दूसरे राज्य का अपमान करें.
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने हाल के भाषा विवादों पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है, लेकिन भाषा के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मराठी न बोलने के कारण लोगों के साथ मारपीट की घटनाएं अस्वीकार्य हैं. पुलिस ने ऐसी घटनाओं पर एफआईआर दर्ज की है और कार्रवाई की जा रही है.”
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में कोई इस तरह का भाषा विवाद पैदा करता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हमें अपनी मराठी पर गर्व है, लेकिन भारत की किसी भी भाषा के साथ इस तरह से अन्याय नहीं किया जा सकता है, हमें यह ध्यान में रखना होगा. कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि ये लोग अंग्रेजी को अपनाते हैं और हिंदी पर विवाद पैदा करते हैं. यह कैसी सोच है और यह कैसी कार्रवाई है? इसलिए कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
–
एकेएस/जीकेटी
You may also like
Maruti Alto K10 और WagonR की गिरती बिक्री के पीछे क्या है कारण? क्या हो गया है इन कारों को
जुलाई 2025 में भारत में लॉन्च होंगी ये कारें, इलेक्ट्रिक SUV से लग्जरी सेडान तक लिस्ट में
ऐसा श्रापित मंदिर जहा भूल कर भी रात को गए तो आप कभी भी अपने घर वापस लौटकर नहीं जा सकोगे
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में मूसलाधार बारिश का कहर, नेशनल हाईवे बहा, कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा
"कोई भी भाषा थोपी नहीं जानी चाहिए..." थप्पड़कांड विवाद के बीच आदित्य ठाकरे