श्रीनगर, 5 जुलाई . अमरनाथ यात्रा के लिए आज जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से चौथा जत्था भोले बाबा के दर्शन के लिए रवाना हुआ. सुबह के शांत और भक्ति भरे माहौल में “बम बम भोले” और “बोले बाबा की जय” के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा. इसके साथ ही श्रद्धालु ‘इंडियन आर्मी जिंदाबाद’ और ‘भारतीय सेना जिंदाबाद’ के नारे लगाते दिखे.
यात्रा के दौरान कुछ श्रद्धालु अपने हाथों में गमले लिए हुए थे, जिनमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का स्टीकर लगा हुआ था. से खास बातचीत में कुछ यात्रियों ने कहा, “सभी देशवासियों से यहीं कहना चाहते हैं कि इंडियन आर्मी पर भरोसा करें और जितना हो सके उतना हुजूम में अमरनाथ यात्रा पर आएं और यात्रा का आनंद उठाएं.”
हजारों श्रद्धालुओं की आंखों में बाबा बर्फानी के दर्शन की ललक और मन में अपार श्रद्धा साफ झलक रही थी. इस जत्थे में देश के कोने-कोने से आए भक्त शामिल थे, जिनमें बुजुर्ग, युवा और महिलाएं सभी उत्साह से भरे हुए थे. यात्रा शुरू होने से पहले भगवती नगर बेस कैंप में भक्ति का अनोखा नजारा देखने को मिला.
जैसे ही बसों और अन्य वाहनों का काफिला रवाना हुआ, माहौल में एक अलग ही जोश और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार देखने को मिला.
कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि वे कई साल से इस पवित्र यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं, और हर बार यह अनुभव उनके लिए नया और अविस्मरणीय होता है. इसके साथ ही श्रद्धालु ‘जय-जय श्रीराम’ के नारे लगाते नजर आए.
एक बुजुर्ग श्रद्धालु रामप्रसाद ने भावुक होकर कहा, “हम हर साल बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए आते हैं. उनके सामने सिर झुकाने का सुख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. जम्मू-कश्मीर के बारे में पहले कुछ गलत धारणाएं थीं, लेकिन यहां आकर देखा तो सब कुछ शांत और व्यवस्थित है.”
उन्होंने आगे कहा, “प्रशासन ने हमारे लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की है. खाने-पीने से लेकर रहने और सुरक्षा तक, हर चीज का पूरा ध्यान रखा गया है.” प्रशासन ने यात्रियों के लिए मेडिकल कैंप, लंगर और विश्राम स्थलों की भी व्यवस्था की है, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो. स्थानीय लोग भी श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं.
–
वीकेयू/केआर
You may also like
सोनीपत: राई ब्लॉक में सरपंचाें का गुट दाेफाड़
हिसार : सेल्फ डिफेंस कैंप में छात्राओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर
अनुराग चौधरी चुने गए गन्ना समिति लक्सर के अध्यक्ष, समर्थकों ने मनाया जश्न
न लकड़ी न प्लास्टिक… पढ़िए सिर्फ मिट्टी से बनने वाले ताजिए की 390 साल पुरानी ऐतिहासिक प्रेम कहानी
रोटी खाकर भी घटेगा वजन? जानिए रागी की रोटी का चमत्कारी असर