चूरू, 5 अक्टूबर . Rajasthan में खांसी की दवा से बच्चों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. चूरू जिले के वार्ड 39 के निवासी 6 साल के मासूम अनस खान की Saturday को jaipur के जेके लोन अस्पताल में मौत हो गई.
हादसे को लेकर परिजनों का आरोप है कि मामूली सर्दी-जुकाम के इलाज में दी गई खांसी की सिरप ही मौत का कारण बनी. अनस के पिता नवाब खान रेहड़ी गाड़ी चलाकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं और इस हादसे से पूरा परिवार सदमे में है.
परिजनों के अनुसार, अनस को 5-6 दिन पहले खांसी और बुखार की शिकायत हुई. चूरू के राजकीय भ्रातृ अस्पताल में दिखाने पर डॉक्टरों ने डेक्स्ट्रोमेथार्फन वाली खांसी की सिरप दी. दवा लेने के बाद अनस की तबीयत और बिगड़ गई. वह बेहोश हो गया और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. दो अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन सुधार न होने पर jaipur रेफर कर दिया गया. Saturday सुबह 4 बजे जेके लोन पहुंचने के महज 6 घंटे बाद सुबह 10 बजे अनस ने दम तोड़ दिया. अस्पताल ने मौत का कारण ‘एक्यूट ब्रेन फीवर’ बताया, लेकिन परिवार ने सिरप को जिम्मेदार ठहराया.
परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है. पिता नवाब खान ने आरोप लगाया कि सिरप देने के बाद ही बच्चे की हालत खराब हुई. अनस की 65 वर्षीय दादी ने भावुक होते हुए बताया, “अनस हमारा लाडला पोता था. Governmentी अस्पताल से विश्वास करके दवा दी, लेकिन यह जहर निकली. हमें न्याय चाहिए.”
यह मामला Rajasthan में डेक्स्ट्रोमेथार्फन वाली खांसी की सिरप से जुड़ी चौथी मौत है. इससे पहले भरतपुर और सीकर में भी इसी सिरप से बच्चों की मौतें हुईं, जहां अब तक 4 मौतें और कई सारे बच्चे प्रभावित हो चुके हैं. यह सिरप Chief Minister की निःशुल्क दवा योजना के तहत Governmentी अस्पतालों में उपलब्ध कराई जा रही थी.
चूरू सीएमएचओ मनोज शर्मा ने कहा, “बच्चा Thursday को भर्ती हुआ था. सिरप की हिस्ट्री है, लेकिन मौत का सटीक कारण जांच के बाद ही पता चलेगा.”
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एससीएच/डीकेपी
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