भारतीय टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया और सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड नेटवर्क प्रोवाइडर AST स्पेस मोबाइल ने एक साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है। इस पार्टनरशिप का मकसद भारत के उन इलाकों में मोबाइल नेटवर्क पहुंचाना है जहां अभी तक कनेक्टिविटी नहीं है। वोडाफोन आइडिया ने बुधवार, 18 जून को स्टॉक एक्सचेंज में जानकारी देते हुए कहा कि "हम भारत में डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी लाने के लिए सहयोग कर रहे हैं, जिससे डिजिटल इंडिया के हर नागरिक तक मोबाइल सेवा पहुंच सके।" इस टेक्नोलॉजी की मदद से चाहें गांव और दूर दराज के इलाकों में जहां इंटरनेट नहीं आता था, वहां भी अब मोबाइल नेटवर्क पहुंच पाएगा। जो टेक्नोलॉजी वोडाफोन आइडिया लाने की तैयारी कर रहा है उसकी खास बात यह है कि इसे स्टारलिंक की तरह किसी अलग डिवाइस की जरूरत नहीं होगी।
क्या है D2D इंटरनेटभारत 1.1 अरब से ज्यादा मोबाइल यूजर वाला दुनिया के सबसे बड़े और तेजी से बढ़ते टेलीकॉम बाजारों में से एक है। भले ही देश में 4G की पहुंच काफी फैली हुई है और 5G भी आ रहा है, फिर भी कुछ दूर-दराज के इलाके ऐसे हैं जहां मोबाइल टावर लगाना आसान नहीं है। ऐसे में सैटेलाइट कम्युनिकेशन तकनीक जमीन पर मौजूद नेटवर्क को मजबूत करने में मदद करेगी और इन इलाकों में भी ब्रॉडबैंड मोबाइल कनेक्शन पहुंच पाएगा। इसे लेकर Vi ने कहा कि "इस पार्टनरशिप से Vi के मजबूत नेटवर्क और AST SpaceMobile की नई स्पेस-बेस्ड टेक्नोलॉजी को जोड़ा जाएगा। यह तकनीक सीधा सैटेलाइट से आम स्मार्टफोन को कनेक्ट कर सकती है, और इसके लिए किसी खास ऐप, सॉफ्टवेयर या एक्स्ट्रा डिवाइस की जरूरत नहीं होती।"
डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करना है मकसदएएसटी स्पेस मोबाइल और Vi ने मिलकर यह ऐलान किया है कि वे दोनो स्पेसमोबाइल सैटेलाइट सिस्टम पर साथ काम करेंगे। यह पार्टनरशिप डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने के लिए की जा रही है, जिससे देश के हर कोने तक मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं पहुंचाई जा सकें। यह D2D सिस्टम सैटेलाइट के जरिए मोबाइल नेटवर्क देगा और साथ ही यह Vi के मौजूदा जमीनी नेटवर्क को और भी ज्यादा मजबूत बनाएगा। इसके जरिए यूजर्स को वॉइस कॉलिंग, वीडियो कॉल, डेटा स्ट्रीमिंग और इंटरनेट एक्सेस जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इस प्रोडेक्ट में एएसटी स्पेस मोबाइल सैटेलाइट डिजाइन करेगा, बनाएगा और उसके ऑपरेशनंस संभालेगा। वहीं Vodafone Idea जमीनी नेटवर्क, स्पेक्ट्रम (फ्रीक्वेंसी) और मार्केट तक इन सर्विसेज को पहुंचाने का काम देखेगा।
क्या है D2D इंटरनेटभारत 1.1 अरब से ज्यादा मोबाइल यूजर वाला दुनिया के सबसे बड़े और तेजी से बढ़ते टेलीकॉम बाजारों में से एक है। भले ही देश में 4G की पहुंच काफी फैली हुई है और 5G भी आ रहा है, फिर भी कुछ दूर-दराज के इलाके ऐसे हैं जहां मोबाइल टावर लगाना आसान नहीं है। ऐसे में सैटेलाइट कम्युनिकेशन तकनीक जमीन पर मौजूद नेटवर्क को मजबूत करने में मदद करेगी और इन इलाकों में भी ब्रॉडबैंड मोबाइल कनेक्शन पहुंच पाएगा। इसे लेकर Vi ने कहा कि "इस पार्टनरशिप से Vi के मजबूत नेटवर्क और AST SpaceMobile की नई स्पेस-बेस्ड टेक्नोलॉजी को जोड़ा जाएगा। यह तकनीक सीधा सैटेलाइट से आम स्मार्टफोन को कनेक्ट कर सकती है, और इसके लिए किसी खास ऐप, सॉफ्टवेयर या एक्स्ट्रा डिवाइस की जरूरत नहीं होती।"
डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करना है मकसदएएसटी स्पेस मोबाइल और Vi ने मिलकर यह ऐलान किया है कि वे दोनो स्पेसमोबाइल सैटेलाइट सिस्टम पर साथ काम करेंगे। यह पार्टनरशिप डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने के लिए की जा रही है, जिससे देश के हर कोने तक मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं पहुंचाई जा सकें। यह D2D सिस्टम सैटेलाइट के जरिए मोबाइल नेटवर्क देगा और साथ ही यह Vi के मौजूदा जमीनी नेटवर्क को और भी ज्यादा मजबूत बनाएगा। इसके जरिए यूजर्स को वॉइस कॉलिंग, वीडियो कॉल, डेटा स्ट्रीमिंग और इंटरनेट एक्सेस जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इस प्रोडेक्ट में एएसटी स्पेस मोबाइल सैटेलाइट डिजाइन करेगा, बनाएगा और उसके ऑपरेशनंस संभालेगा। वहीं Vodafone Idea जमीनी नेटवर्क, स्पेक्ट्रम (फ्रीक्वेंसी) और मार्केट तक इन सर्विसेज को पहुंचाने का काम देखेगा।
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