पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान ईवीएम की तस्वीरें खींचने और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि ये मामले आरा, गोपालगंज और सारण जिलों में दर्ज किए गए हैं, जहां 6 नवंबर को पहले चरण में मतदान हुआ था।
इन जिलों के 4 लोगों पर चुनाव आयोग ने कराई FIR
अधिकारियों के अनुसार, गोपालगंज में दो लोगों के खिलाफ और आरा व सारण में एक-एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। संबंधित जिलों की पुलिस ने अलग-अलग बयानों में कहा कि मतदान के दौरान ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की तस्वीरें खींचना और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट करना आदर्श आचार संहिता तथा अन्य कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन है।
बूथ के अंदर कैसे ले गए मोबाइल फोन?
पुलिस ने यह भी बताया कि ये लोग मतदान केंद्रों के भीतर मोबाइल फोन लेकर कैसे पहुंचे, इसकी जांच की जा रही है। सारण पुलिस के अनुसार, छह नवंबर की सुबह करीब सवा 10 बजे सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान कुछ सोशल मीडिया अकाउंट से चुनाव संबंधी भ्रामक एवं अनुचित सामग्री पोस्ट किए जाने की जानकारी मिली। इन अकाउंट से ईवीएम से जुड़ा वीडियो साझा किया गया था, जिसमें एक राजनीतिक दल के पक्ष में मतदान करते हुए वीडियो बनाकर प्रसारित किया गया था।
फंस गए ईवीएम पर वोटिंग की फोटो डालने वाले
पुलिस ने कहा कि इस तरह की पोस्ट निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों एवं आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और यह सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न करने तथा विधि-व्यवस्था भंग करने का प्रयास माना जाता है। सारण साइबर थाना ने संबंधित प्रोफाइल धारकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस ने की अगले चरण के चुनाव से पहले अपील
सारण पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार का वीडियो, फोटो या सामग्री जो निर्वाचन नियमों का उल्लंघन करती हो, उसे सोशल मीडिया पर साझा नहीं करें। पुलिस ने चेतावनी दी कि ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इनपुट- भाषा
इन जिलों के 4 लोगों पर चुनाव आयोग ने कराई FIR
अधिकारियों के अनुसार, गोपालगंज में दो लोगों के खिलाफ और आरा व सारण में एक-एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। संबंधित जिलों की पुलिस ने अलग-अलग बयानों में कहा कि मतदान के दौरान ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की तस्वीरें खींचना और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट करना आदर्श आचार संहिता तथा अन्य कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन है।
बूथ के अंदर कैसे ले गए मोबाइल फोन?
पुलिस ने यह भी बताया कि ये लोग मतदान केंद्रों के भीतर मोबाइल फोन लेकर कैसे पहुंचे, इसकी जांच की जा रही है। सारण पुलिस के अनुसार, छह नवंबर की सुबह करीब सवा 10 बजे सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान कुछ सोशल मीडिया अकाउंट से चुनाव संबंधी भ्रामक एवं अनुचित सामग्री पोस्ट किए जाने की जानकारी मिली। इन अकाउंट से ईवीएम से जुड़ा वीडियो साझा किया गया था, जिसमें एक राजनीतिक दल के पक्ष में मतदान करते हुए वीडियो बनाकर प्रसारित किया गया था।
फंस गए ईवीएम पर वोटिंग की फोटो डालने वाले
पुलिस ने कहा कि इस तरह की पोस्ट निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों एवं आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और यह सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न करने तथा विधि-व्यवस्था भंग करने का प्रयास माना जाता है। सारण साइबर थाना ने संबंधित प्रोफाइल धारकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस ने की अगले चरण के चुनाव से पहले अपील
सारण पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार का वीडियो, फोटो या सामग्री जो निर्वाचन नियमों का उल्लंघन करती हो, उसे सोशल मीडिया पर साझा नहीं करें। पुलिस ने चेतावनी दी कि ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इनपुट- भाषा
You may also like

वाह रीˈ किस्मत! खुली थी 75 लाख की लॉटरी महिला ने कूड़ा समझकर फेंक दिया बाहर जाने फिर क्या हुआ﹒

पानी पीनेˈ के लिए चुन लीजिए कोई एक 'ग्लास खुद के बारे में जान जाएंगे एक बेहद खास बात﹒

राज्य स्तरीय अंडर-15 और अंडर-17 बैडमिंटन चैंपियनशिप , प्रतियोगिता के पहले दिन छाए शिमला और मंडी के शटलर

जिला जम्मू सॉफ्टबॉल चैंपियनशिप 2025 का समापन, तेजस्वी क्लब रहा विजेता

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला 10 नवम्बर को कोहिमा में करेंगे सीपीए इंडिया रीजन सम्मेलन का उद्घाटन




