नई दिल्ली: मुंबई में सलामी बल्लेबाज मुशीर खान (112 रन) और अनुभवी सिद्धेश लाड (नाबाद 100 रन) के पांचवें विकेट के लिए 157 रन की साझेदारी से मुंबई ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ पहले दिन स्टंप तक पांच विकेट पर 289 रन बना लिए। टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश में जुटे बल्लेबाज सरफराज खान (16) के एक और असफल प्रदर्शन के बाद मुंबई का स्कोर चार विकेट पर 73 रन हो गया था।
मुशीर और लाड ने शानदार साझेदारी की। मुशीर ने 162 गेंद की अपनी पारी में 14 चौके लगाए और लाड ने 207 गेंद की नाबाद पारी के दौरान 12 चौके और एक छक्का लगाया था। मुशीर खान के लिए हालांकि मैच का पहला दिन बिल्कुल भी अच्छा नहीं था। जब मैच के लिए सुबह वह एमसीए ग्राउंड के लिए निकल रहे थे तो उनको पता चला कि उनके मामू का निधन हो गया है। इस बात से वह काफी परेशान हो गए, क्योंकि मुशीर अपने मामू के काफी करीब थे।
शतक जड़ने के बाद थे आंखों में आंसू
जब मुशीर खान ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ अपना शतक पूरा किया और बल्ला हवा में उठाया तो वह रोने लगे थे। उनके आंखों में आंसू थे। पिछले साल सितंबर के बाद से यह मुशीर खान की पहली सेंचुरी थी। मुशीर ने दिन खत्म होने के बाद कहा, 'यह सेंचुरी काफी लंबे समय बाद आई है और मैं अपने मामूं को खोने के बाद काफी इमोशनल फील कर रहा था। उनके साथ मेरी काफी यादें हैं। मैं उनकी गोद में खेला हूं।' बता दें कि मुशीर खान की यह चौथी प्रथम श्रेणी सेंचुरी थी।
एमसीए ग्राउंड से है खास कनेक्शन
बीकेसी के एमसीए ग्राउंड से मुशीर खान का खास कनेक्शन रहा है। उन्होंने मुंबई की तरफ से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में डेब्यू इसी मैदान पर दिसंबर 2022 में सौराष्ट्र के खिलाफ किया था। इसके बाद अगले रणजी सीज़न (2024-25) में मुशीर ने रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट मैचों में मुंबई टीम में शानदार वापसी की। क्वार्टरफाइनल में बड़ौदा के खिलाफ उन्होंने 203 और 55 रन बनाए। सेमीफाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ उन्होंने 55 रन बनाए और साथ ही अपनी लेफ्ट-आर्म स्पिन से 18 रन देकर 2 विकेट भी लिए।
(भाषा के इनपुट के साथ)
मुशीर और लाड ने शानदार साझेदारी की। मुशीर ने 162 गेंद की अपनी पारी में 14 चौके लगाए और लाड ने 207 गेंद की नाबाद पारी के दौरान 12 चौके और एक छक्का लगाया था। मुशीर खान के लिए हालांकि मैच का पहला दिन बिल्कुल भी अच्छा नहीं था। जब मैच के लिए सुबह वह एमसीए ग्राउंड के लिए निकल रहे थे तो उनको पता चला कि उनके मामू का निधन हो गया है। इस बात से वह काफी परेशान हो गए, क्योंकि मुशीर अपने मामू के काफी करीब थे।
शतक जड़ने के बाद थे आंखों में आंसू
जब मुशीर खान ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ अपना शतक पूरा किया और बल्ला हवा में उठाया तो वह रोने लगे थे। उनके आंखों में आंसू थे। पिछले साल सितंबर के बाद से यह मुशीर खान की पहली सेंचुरी थी। मुशीर ने दिन खत्म होने के बाद कहा, 'यह सेंचुरी काफी लंबे समय बाद आई है और मैं अपने मामूं को खोने के बाद काफी इमोशनल फील कर रहा था। उनके साथ मेरी काफी यादें हैं। मैं उनकी गोद में खेला हूं।' बता दें कि मुशीर खान की यह चौथी प्रथम श्रेणी सेंचुरी थी।
एमसीए ग्राउंड से है खास कनेक्शन
बीकेसी के एमसीए ग्राउंड से मुशीर खान का खास कनेक्शन रहा है। उन्होंने मुंबई की तरफ से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में डेब्यू इसी मैदान पर दिसंबर 2022 में सौराष्ट्र के खिलाफ किया था। इसके बाद अगले रणजी सीज़न (2024-25) में मुशीर ने रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट मैचों में मुंबई टीम में शानदार वापसी की। क्वार्टरफाइनल में बड़ौदा के खिलाफ उन्होंने 203 और 55 रन बनाए। सेमीफाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ उन्होंने 55 रन बनाए और साथ ही अपनी लेफ्ट-आर्म स्पिन से 18 रन देकर 2 विकेट भी लिए।
(भाषा के इनपुट के साथ)
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