नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट की शुरुआत आज से हो रही है। जसप्रीत बुमराह खेलेंगे या नहीं इस पर संशय बना हुआ है। ऐसे में भारत के अन्य गेंदबाजों पर टीम इंडिया को सीरीज में बनाए रखने का दबाव बढ़ गया है। पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने भारतीय टीम के गेंदबाजों को अहम सलाह दी है। इंग्लैंड के खिलाफ भारत की पहले टेस्ट में हार की मुख्य वजह टीम इंडिया की कमजोर गेंदबाजी रही थी। जसप्रीत बुमराह ने मैच में 43.4 ओवर की गेंदबाजी की और 140 रन देकर 5 विकेट निकाले। वहीं, तीन अन्य तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर ने 92 ओवर की गेंदबाजी में 482 रन देकर 9 विकेट आपस में बांटे।
बुमराह और इन तीन तेज गेंदबाजों के बीच जो अंतर है। उसी की वजह से भारत को हार का सामना करना पड़ा था। पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने कहा, 'एक बात जो मैं कहना चाहूंगा, वो है बल्लेबाज़ों के हिसाब से लेंथ को एडजस्ट करना, ये बहुत ज़रूरी है। दूसरी बात ये है कि जब इंग्लैंड आक्रमण कर रहा हो, पूरी ताकत लगा रहा हो, तो क्या हम डिफेंसिव लाइन में गेंदबाजी नहीं कर सकते? डिफेंसिव लाइन इंग्लैंड के बल्लेबाजों के धैर्य के साथ खेलने का बहुत मौका देगी।'
पठान ने कहा, 'मुझे याद है कि मैच के दौरान 12 या 13 ओवरों तक मेडन ओवर नहीं आए। मुझे लगता है कि हमें इस बारे में सोचना चाहिए। अगर इंग्लैंड आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहता है, तो उसके खिलाफ खेलें। उन्हें वह न दें जो वे चाहते हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन इसके लिए लाइन और लेंथ पर बहुत नियंत्रण की जरूरत है।' इरफान ने कहा, 'कोई बल्लेबाज लंबा या छोटा है, कोई पुल शॉट बहुत अच्छा खेलता है, कोई सीधे बल्ले से शॉट बहुत अच्छा खेलता है, कोई गेंद को ज़्यादा छोड़ता है, या कोई गेंद को ज़्यादा नहीं छोड़ता। एक बार जब आपने सब कुछ आज़मा लिया है, अगर यह काम नहीं करता है, तो रक्षात्मक लाइन के लिए जाएं, जो इंग्लैंड के खिलाफ़ बहुत आक्रामक हो सकती है।'
इंग्लैंड अगर पांच, साढ़े पांच या छह रन प्रति ओवर के हिसाब से खेल रहा है तो वह मैच आपसे दूर ले जा रहा है। पिछले मैच में भी ऐसा ही हुआ था। पहली पारी में बढ़त बनाने के बाद भी हम हार गए थे। जसप्रीत बुमराह को छोड़कर भारत के किसी भी तेज गेंदबाज ने पहले टेस्ट में अपनी गेंदबाजी पर नियंत्रण नहीं दिखाया था। बुमराह, सिराज को छोड़कर बाकी तेज गेंदबाज पहली बार इंग्लैंड दौरे पर हैं। भारतीय टीम सीरीज में 1-0 से पीछे है, ऐसे में गेंदबाजों के सामने भारतीय टीम को दूसरे टेस्ट में बराबरी पर लाने की चुनौती है।
बुमराह और इन तीन तेज गेंदबाजों के बीच जो अंतर है। उसी की वजह से भारत को हार का सामना करना पड़ा था। पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने कहा, 'एक बात जो मैं कहना चाहूंगा, वो है बल्लेबाज़ों के हिसाब से लेंथ को एडजस्ट करना, ये बहुत ज़रूरी है। दूसरी बात ये है कि जब इंग्लैंड आक्रमण कर रहा हो, पूरी ताकत लगा रहा हो, तो क्या हम डिफेंसिव लाइन में गेंदबाजी नहीं कर सकते? डिफेंसिव लाइन इंग्लैंड के बल्लेबाजों के धैर्य के साथ खेलने का बहुत मौका देगी।'
पठान ने कहा, 'मुझे याद है कि मैच के दौरान 12 या 13 ओवरों तक मेडन ओवर नहीं आए। मुझे लगता है कि हमें इस बारे में सोचना चाहिए। अगर इंग्लैंड आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहता है, तो उसके खिलाफ खेलें। उन्हें वह न दें जो वे चाहते हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन इसके लिए लाइन और लेंथ पर बहुत नियंत्रण की जरूरत है।' इरफान ने कहा, 'कोई बल्लेबाज लंबा या छोटा है, कोई पुल शॉट बहुत अच्छा खेलता है, कोई सीधे बल्ले से शॉट बहुत अच्छा खेलता है, कोई गेंद को ज़्यादा छोड़ता है, या कोई गेंद को ज़्यादा नहीं छोड़ता। एक बार जब आपने सब कुछ आज़मा लिया है, अगर यह काम नहीं करता है, तो रक्षात्मक लाइन के लिए जाएं, जो इंग्लैंड के खिलाफ़ बहुत आक्रामक हो सकती है।'
इंग्लैंड अगर पांच, साढ़े पांच या छह रन प्रति ओवर के हिसाब से खेल रहा है तो वह मैच आपसे दूर ले जा रहा है। पिछले मैच में भी ऐसा ही हुआ था। पहली पारी में बढ़त बनाने के बाद भी हम हार गए थे। जसप्रीत बुमराह को छोड़कर भारत के किसी भी तेज गेंदबाज ने पहले टेस्ट में अपनी गेंदबाजी पर नियंत्रण नहीं दिखाया था। बुमराह, सिराज को छोड़कर बाकी तेज गेंदबाज पहली बार इंग्लैंड दौरे पर हैं। भारतीय टीम सीरीज में 1-0 से पीछे है, ऐसे में गेंदबाजों के सामने भारतीय टीम को दूसरे टेस्ट में बराबरी पर लाने की चुनौती है।
You may also like
सीएम नीतीश 'चुपेचाप' पहुंचे राजभवन, 15 मिनट तक ठहरे; चुनाव से पहले क्या है सरकार की तैयारी?
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 2000 स्मार्ट क्लासरूम का निर्माण, डिजिटल शिक्षा को मिलेगा नया आयाम
उम्र मत देखो, आजकल चलता है... 38 साल की लेडी टीचर के जाल में कैसे फंसा 11वीं का छात्र, मुंबई की डर्टी स्टोरी
उपायुक्त ने मानसून को लेकर ठियोग उपमंडल की तैयारियों का लिया जायजा
राजस्थान रॉयल्स से संजू सैमसन की कभी भी हो सकती है रवानगी! समझें कैसे बिना IPL ऑक्शन CSK में एंट्री