नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी की जब भी बात आती है, निवेशकों के बीच इसे लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया दिखाई देती है। फिर चाहे बात बिटकॉइन की हो या किसी दूसरी क्रिप्टो की। काफी निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से बचते हैं। वहीं काफी निवेशक ऐसे हैं जो देश में डिजिटल क्रांति की लहर देख रहे हैं और डिजिटल पेमेंट से जुड़ी कंपनियों में निवेश की सलाह देते हैं। लेकिन जब हम रिटर्न को देखें तो हकीकत कुछ और नजर आती है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट अक्षत श्रीवास्तव ने बिटकॉइन और पेटीएम के प्रदर्शन की तुलना की है।
अक्षत श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया है कि कैसे बहुत से लोगों ने बिटकॉइन (BTC) को 'घोटाला' कहा, लेकिन साल 2021 से इसकी कीमत लगभग 300% बढ़ गई है। वहीं भारत में डिजिटल क्रांति और कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के बावजूद पेटीएम के शेयर 2021 में लगभग 1950 रुपये से गिरकर अब 1350 रुपये के आसपास आ गए हैं।
सोच और हकीकत में अंतरश्रीवास्तव की इस पोस्ट से यह सवाल उठता है कि बाजार की सोच और हकीकत में कितना अंतर है। उन्होंने दिखाया कि कैसे दुनिया की सबसे महंगी और सबसे चर्चित क्रिप्टोकरेंसी यानी बिटकॉइन ने भारत की बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनियों से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। इस तुलना ने ऑनलाइन बहस छेड़ दी है कि डिजिटल फाइनेंस का भविष्य कहां है- डिसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो एसेट्स में या रेगुलेटेड फिनटेक प्लेटफॉर्म्स में? यह दिखाता है कि कभी-कभी नई तकनीकें पुराने तरीकों को पीछे छोड़ सकती हैं।
बिटकॉइन की क्या स्थिति?इस समय बिटकॉइन गिरावट के दौर से गुजर रही है। सोमवार सुबह 11 बजे इसकी कीमत करीब 1,07,950 डॉलर थी। पिछले 24 घंटे में इसमें दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। वहीं एक हफ्ते में यह 6 फीसदी से ज्यादा और एक महीने में 12 फीसदी से ज्यादा गिर गई है। हालांकि एक साल में इसका रिटर्न 55 फीसदी से ज्यादा रहा है।
पेटीएम शेयर का कैसा प्रदर्शन?पेटीएम का शेयर सोमवार सुबह 11 बजे दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 1272.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था। पिछले 6 महीने में इसमें जबरदस्त तेजी आई है। 6 महीने में यह 45 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया है। वहीं एक साल में इसका रिटर्न करीब 70 फीसदी रहा है। हालांकि अपने ऑल टाइम हाई 1955 रुपये के मुकाबले यह अभी काफी नीचे है।
अक्षत श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया है कि कैसे बहुत से लोगों ने बिटकॉइन (BTC) को 'घोटाला' कहा, लेकिन साल 2021 से इसकी कीमत लगभग 300% बढ़ गई है। वहीं भारत में डिजिटल क्रांति और कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के बावजूद पेटीएम के शेयर 2021 में लगभग 1950 रुपये से गिरकर अब 1350 रुपये के आसपास आ गए हैं।
सोच और हकीकत में अंतरश्रीवास्तव की इस पोस्ट से यह सवाल उठता है कि बाजार की सोच और हकीकत में कितना अंतर है। उन्होंने दिखाया कि कैसे दुनिया की सबसे महंगी और सबसे चर्चित क्रिप्टोकरेंसी यानी बिटकॉइन ने भारत की बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनियों से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। इस तुलना ने ऑनलाइन बहस छेड़ दी है कि डिजिटल फाइनेंस का भविष्य कहां है- डिसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो एसेट्स में या रेगुलेटेड फिनटेक प्लेटफॉर्म्स में? यह दिखाता है कि कभी-कभी नई तकनीकें पुराने तरीकों को पीछे छोड़ सकती हैं।
People kept on cribbing that BTC is a scam.
— Akshat Shrivastava (@Akshat_World) November 1, 2025
But, since 2021, it went up 300%
People kept on saying that India has become digital.
Massive digital adoption. End of cash. End of black money.
But, PayTM went from INR 1,950 INR in 2021 to INR 1,350 now.
Just saying.
बिटकॉइन की क्या स्थिति?इस समय बिटकॉइन गिरावट के दौर से गुजर रही है। सोमवार सुबह 11 बजे इसकी कीमत करीब 1,07,950 डॉलर थी। पिछले 24 घंटे में इसमें दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। वहीं एक हफ्ते में यह 6 फीसदी से ज्यादा और एक महीने में 12 फीसदी से ज्यादा गिर गई है। हालांकि एक साल में इसका रिटर्न 55 फीसदी से ज्यादा रहा है।
पेटीएम शेयर का कैसा प्रदर्शन?पेटीएम का शेयर सोमवार सुबह 11 बजे दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 1272.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था। पिछले 6 महीने में इसमें जबरदस्त तेजी आई है। 6 महीने में यह 45 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया है। वहीं एक साल में इसका रिटर्न करीब 70 फीसदी रहा है। हालांकि अपने ऑल टाइम हाई 1955 रुपये के मुकाबले यह अभी काफी नीचे है।
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