नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज बल्लेबाज, विराट कोहली और रोहित शर्मा, निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस खराब प्रदर्शन के बाद पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने दोनों दिग्गजों को अपने करियर को लंबा खींचने और 2027 वनडे वर्ल्ड कप में जगह बनाने के लिए पूर्व कप्तान एमएस धोनी के नक्शेकदम पर चलने की सलाह दी है।
पर्थ में निराशाजनक प्रदर्शन
पर्थ में हुए पहले वनडे में सात महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर रहे रोहित शर्मा सिर्फ 8 रन बनाकर जोश हेजलवुड की एक उछाल भरी गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद आए विराट कोहली भी मिचेल स्टार्क की सटीक गेंदों का शिकार बने और ऑस्ट्रेलिया में अपने वनडे करियर में पहली बार शून्य पर आउट हो गए। उन्होंने सिर्फ आठ गेंदों का सामना किया और खाता भी नहीं खोल पाए। दोनों ही बल्लेबाजों की असफलता ने भारत की हार की नींव रखी।
वरुण एरोन ने भी दी सलाह
रोहित और कोहली की असफलता के बाद वरुण एरोन ने कहा कि दोनों बल्लेबाजों को अपने अहंकार को किनारे रखकर घरेलू क्रिकेट में वापसी करनी चाहिए। एरोन ने सुझाव दिया कि 'घरेलू क्रिकेट खेलें। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी नवंबर में शुरू होती है और फिर विजय हजारे ट्रॉफी दिसंबर में शुरू होती है। खेल से जुड़े रहने का यह सबसे अच्छा तरीका है। मुझे याद है जब एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था, उन्होंने कुछ सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी खेली थी। यह संपर्क में रहने का एक शानदार तरीका है।'
चयन समिति और खिलाड़ियों का विचार
भारतीय चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर भी पहले इस चिंता को जाहिर कर चुके हैं। सूत्रों के हवाले से खबरें हैं कि कोहली और रोहित साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज के बीच होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी के कम से कम तीन मैचों में खेल सकते हैं। क्रिकेट के जानकारों का भी मानना है कि घरेलू क्रिकेट खेलना दोनों दिग्गजों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह उन्हें न केवल आवश्यक मैच अभ्यास देगा, बल्कि फॉर्म में वापस आने में मदद करेगा, जिससे 2027 के वनडे वर्ल्ड कप के लिए उनकी दावेदारी मजबूत होगी।
पर्थ में निराशाजनक प्रदर्शन
पर्थ में हुए पहले वनडे में सात महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर रहे रोहित शर्मा सिर्फ 8 रन बनाकर जोश हेजलवुड की एक उछाल भरी गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद आए विराट कोहली भी मिचेल स्टार्क की सटीक गेंदों का शिकार बने और ऑस्ट्रेलिया में अपने वनडे करियर में पहली बार शून्य पर आउट हो गए। उन्होंने सिर्फ आठ गेंदों का सामना किया और खाता भी नहीं खोल पाए। दोनों ही बल्लेबाजों की असफलता ने भारत की हार की नींव रखी।
वरुण एरोन ने भी दी सलाह
रोहित और कोहली की असफलता के बाद वरुण एरोन ने कहा कि दोनों बल्लेबाजों को अपने अहंकार को किनारे रखकर घरेलू क्रिकेट में वापसी करनी चाहिए। एरोन ने सुझाव दिया कि 'घरेलू क्रिकेट खेलें। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी नवंबर में शुरू होती है और फिर विजय हजारे ट्रॉफी दिसंबर में शुरू होती है। खेल से जुड़े रहने का यह सबसे अच्छा तरीका है। मुझे याद है जब एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था, उन्होंने कुछ सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी खेली थी। यह संपर्क में रहने का एक शानदार तरीका है।'
चयन समिति और खिलाड़ियों का विचार
भारतीय चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर भी पहले इस चिंता को जाहिर कर चुके हैं। सूत्रों के हवाले से खबरें हैं कि कोहली और रोहित साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज के बीच होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी के कम से कम तीन मैचों में खेल सकते हैं। क्रिकेट के जानकारों का भी मानना है कि घरेलू क्रिकेट खेलना दोनों दिग्गजों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह उन्हें न केवल आवश्यक मैच अभ्यास देगा, बल्कि फॉर्म में वापस आने में मदद करेगा, जिससे 2027 के वनडे वर्ल्ड कप के लिए उनकी दावेदारी मजबूत होगी।