श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नई दिल्ली के पास हरियाणा के फरीदाबाद इलाके में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और अंसार गजवत-उल-हिंद आतंकी संगठनों से जुड़े एक अंतरराज्यीय अंतरराष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। इस मॉड्यूल के पास से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक, दो असॉल्ट राइफलें, पिस्तौल, टाइमर और अन्य सामग्री बरामद की गई। अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली ब्लास्ट के लिंक इसी घटनाक्रम से जुड़ते नजर आ रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो आतंकी संगठन ने माइंडवॉश करके कई युवाओं को कट्टरपंथी बनाया है। इसमें अधिकांश पढ़े-लिखे हैं। ये कुछ बड़ा प्लान कर रहे थे। इसी बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धड़-पकड़ शुरू कर दी। गिरफ्तारियों और बरामदगी के बीच अचानक दिल्ली में ब्लास्ट हुआ। माना जा रहा है कि इस ब्लास्ट के तार फरीदाबाद से बरामद विस्फोटक से हो सकते हैं।
भारी मात्रा में मिला गोला-बारूदजम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई 19 अक्टूबर को श्रीनगर के बनपोरा नौगाम में विभिन्न स्थानों पर पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर मिलने के बाद की गई है। पुलिस ने कहा कि इस अभियान में सात प्रमुख गुर्गों की गिरफ़्तारी हुई और कई राज्यों में समन्वित तलाशी के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और लगभग तीन टन आईईडी सामग्री बरामद हुई। यह मॉड्यूल धन जुटाने, रसद की व्यवस्था करने और हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री हासिल करने के अलावा, लोगों की पहचान करने, उन्हें कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी समूहों में भर्ती करने में भी शामिल था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की गिरफ्त में ये देश के दुश्मनगिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान श्रीनगर के नौगाम निवासी आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, श्रीनगर के नौगाम निवासी यासिर-उल-अशरफ, श्रीनगर के नौगाम निवासी मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद, शोपियां की एक मस्जिद के इमाम मौलवी इरफान अहमद, गंदेरबल के वाकुरा निवासी ज़मीर अहमद अहंगर उर्फ मुतलाशा, पुलवामा के कोइल निवासी डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनई उर्फ मुसैब और कुलगाम के वानपोरा निवासी डॉ. अदील के रूप में हुई है।
ये बरामद हुआपुलिस ने कहा कि इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं। जांच के दौरान, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर, अनंतनाग, गंदेरबल और शोपियां में, और फरीदाबाद में हरियाणा पुलिस और सहारनपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर समन्वित तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में दो पिस्तौल, दो एके-सीरीज़ राइफलें और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक और आईईडी बनाने वाली सामग्री बरामद हुई, जिसमें रसायन, अभिकर्मक, ज्वलनशील पदार्थ, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, रिमोट कंट्रोल, बैटरी, तार, टाइमर और धातु के टुकड़े शामिल थे।
बरामद हथियारों में गोला-बारूद सहित एक चाइनीज़ स्टार पिस्तौल, गोला-बारूद सहित एक बेरेटा पिस्तौल, गोला-बारूद सहित एक एके-56 राइफल और गोला-बारूद सहित एक एके क्रिंकोव राइफल शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि विस्फोटकों की भारी मात्रा एक बड़े सुनियोजित हमले की संभावना की ओर इशारा करती है। उन्हें आतंक की फंडिंग कहां से हो रही है, इसका पता लगाने के लिए आगे के जांच चल रही है।
सूत्रों की मानें तो आतंकी संगठन ने माइंडवॉश करके कई युवाओं को कट्टरपंथी बनाया है। इसमें अधिकांश पढ़े-लिखे हैं। ये कुछ बड़ा प्लान कर रहे थे। इसी बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धड़-पकड़ शुरू कर दी। गिरफ्तारियों और बरामदगी के बीच अचानक दिल्ली में ब्लास्ट हुआ। माना जा रहा है कि इस ब्लास्ट के तार फरीदाबाद से बरामद विस्फोटक से हो सकते हैं।
भारी मात्रा में मिला गोला-बारूदजम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई 19 अक्टूबर को श्रीनगर के बनपोरा नौगाम में विभिन्न स्थानों पर पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर मिलने के बाद की गई है। पुलिस ने कहा कि इस अभियान में सात प्रमुख गुर्गों की गिरफ़्तारी हुई और कई राज्यों में समन्वित तलाशी के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और लगभग तीन टन आईईडी सामग्री बरामद हुई। यह मॉड्यूल धन जुटाने, रसद की व्यवस्था करने और हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री हासिल करने के अलावा, लोगों की पहचान करने, उन्हें कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी समूहों में भर्ती करने में भी शामिल था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की गिरफ्त में ये देश के दुश्मनगिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान श्रीनगर के नौगाम निवासी आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, श्रीनगर के नौगाम निवासी यासिर-उल-अशरफ, श्रीनगर के नौगाम निवासी मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद, शोपियां की एक मस्जिद के इमाम मौलवी इरफान अहमद, गंदेरबल के वाकुरा निवासी ज़मीर अहमद अहंगर उर्फ मुतलाशा, पुलवामा के कोइल निवासी डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनई उर्फ मुसैब और कुलगाम के वानपोरा निवासी डॉ. अदील के रूप में हुई है।
ये बरामद हुआपुलिस ने कहा कि इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं। जांच के दौरान, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर, अनंतनाग, गंदेरबल और शोपियां में, और फरीदाबाद में हरियाणा पुलिस और सहारनपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर समन्वित तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में दो पिस्तौल, दो एके-सीरीज़ राइफलें और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक और आईईडी बनाने वाली सामग्री बरामद हुई, जिसमें रसायन, अभिकर्मक, ज्वलनशील पदार्थ, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, रिमोट कंट्रोल, बैटरी, तार, टाइमर और धातु के टुकड़े शामिल थे।
बरामद हथियारों में गोला-बारूद सहित एक चाइनीज़ स्टार पिस्तौल, गोला-बारूद सहित एक बेरेटा पिस्तौल, गोला-बारूद सहित एक एके-56 राइफल और गोला-बारूद सहित एक एके क्रिंकोव राइफल शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि विस्फोटकों की भारी मात्रा एक बड़े सुनियोजित हमले की संभावना की ओर इशारा करती है। उन्हें आतंक की फंडिंग कहां से हो रही है, इसका पता लगाने के लिए आगे के जांच चल रही है।
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