मुंबई : मुंबई में मेट्रो का इस्तेमाल करने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। महा मुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MMMOCL) ने मेट्रो लाइन्स 2A और 7 पर ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी है। अब इन लाइनों पर 21 नई ट्रिप बढ़ाई गई हैं। इससे रोजाना चलने वाली ट्रेनों की संख्या 305 हो गई है।
यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि 8 जुलाई को मेट्रो में सफर करने वालों की संख्या 3.01 लाख तक पहुंच गई थी। इतनी ज्यादा भीड़ को संभालने के लिए MMMOCL ने तीन नई ट्रेनें भी शामिल की हैं। अब कुल 24 ट्रेनें चल रही हैं।
5 मिनट 50 सेकंड में मेट्रोनए टाइम टेबल के अनुसार, पीक आवर्स (व्यस्त समय) में ट्रेनों के बीच का समय घटकर 5 मिनट 50 सेकंड हो गया है। इससे पश्चिमी उपनगरों और अंधेरी इंटरचेंज के बीच सफर करने वाले लोगों को आसानी होगी। हालांकि, नॉन-पीक आवर्स में ट्रेनों के बीच का समय 9 मिनट 30 सेकंड ही रहेगा।
मेट्रो यात्री खुशकंदारपाड़ा से अंधेरी तक रोजाना मेट्रो से सफर करने वाली स्नेहा पवार ने कहा कि बारिश के मौसम में यह बहुत राहत देने वाला है। सड़कों पर पानी भर जाता है और ट्रैफिक बहुत धीरे चलता है। लेकिन अब ज्यादा ट्रेनें होने से स्टेशनों पर इंतजार करने का समय कम हो गया है।
लंबा सफर करने वालों को राहतट्रेनों की संख्या बढ़ने से उन यात्रियों को भी फायदा हुआ है जो एक लाइन से दूसरी लाइन पर जाते हैं। बोरीवली के रहने वाले और IT प्रोफेशनल रोहित शेट्टी ने बताया, 'मैं लाइन 7 से गुंडावली जाता हूं, फिर लाइन 1 पर स्विच करता हूं और मरोल पहुंचता हूं। कभी-कभी, मैं मरोल से मेट्रो 3 लेकर BKC जाता हूं। ट्रेनों की संख्या बढ़ने से मेरा पूरा सफर तेज और भरोसेमंद हो गया है।'
किराया भी बचेगाकुछ लोगों का कहना है कि इससे उनके रोजाना के खर्च में भी कमी आई है। कॉलेज की छात्रा अनन्या देसाई ने कहा, 'पहले, मैं एवरशाइन नगर से अंधेरी तक ऑटो से जाने के लिए 200 रुपये खर्च करती थी। अब मेट्रो से समय और पैसा दोनों बचते हैं।'
अधिकारियों ने बताया कि यह बदलाव यात्रियों को ध्यान में रखकर किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रायल सफल होने के बाद ही इसे लागू किया गया है। MMMOCL का कहना है कि वे हमेशा यात्रियों की सुविधा को सबसे ऊपर रखते हैं।
यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि 8 जुलाई को मेट्रो में सफर करने वालों की संख्या 3.01 लाख तक पहुंच गई थी। इतनी ज्यादा भीड़ को संभालने के लिए MMMOCL ने तीन नई ट्रेनें भी शामिल की हैं। अब कुल 24 ट्रेनें चल रही हैं।
5 मिनट 50 सेकंड में मेट्रोनए टाइम टेबल के अनुसार, पीक आवर्स (व्यस्त समय) में ट्रेनों के बीच का समय घटकर 5 मिनट 50 सेकंड हो गया है। इससे पश्चिमी उपनगरों और अंधेरी इंटरचेंज के बीच सफर करने वाले लोगों को आसानी होगी। हालांकि, नॉन-पीक आवर्स में ट्रेनों के बीच का समय 9 मिनट 30 सेकंड ही रहेगा।
मेट्रो यात्री खुशकंदारपाड़ा से अंधेरी तक रोजाना मेट्रो से सफर करने वाली स्नेहा पवार ने कहा कि बारिश के मौसम में यह बहुत राहत देने वाला है। सड़कों पर पानी भर जाता है और ट्रैफिक बहुत धीरे चलता है। लेकिन अब ज्यादा ट्रेनें होने से स्टेशनों पर इंतजार करने का समय कम हो गया है।
लंबा सफर करने वालों को राहतट्रेनों की संख्या बढ़ने से उन यात्रियों को भी फायदा हुआ है जो एक लाइन से दूसरी लाइन पर जाते हैं। बोरीवली के रहने वाले और IT प्रोफेशनल रोहित शेट्टी ने बताया, 'मैं लाइन 7 से गुंडावली जाता हूं, फिर लाइन 1 पर स्विच करता हूं और मरोल पहुंचता हूं। कभी-कभी, मैं मरोल से मेट्रो 3 लेकर BKC जाता हूं। ट्रेनों की संख्या बढ़ने से मेरा पूरा सफर तेज और भरोसेमंद हो गया है।'
किराया भी बचेगाकुछ लोगों का कहना है कि इससे उनके रोजाना के खर्च में भी कमी आई है। कॉलेज की छात्रा अनन्या देसाई ने कहा, 'पहले, मैं एवरशाइन नगर से अंधेरी तक ऑटो से जाने के लिए 200 रुपये खर्च करती थी। अब मेट्रो से समय और पैसा दोनों बचते हैं।'
अधिकारियों ने बताया कि यह बदलाव यात्रियों को ध्यान में रखकर किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रायल सफल होने के बाद ही इसे लागू किया गया है। MMMOCL का कहना है कि वे हमेशा यात्रियों की सुविधा को सबसे ऊपर रखते हैं।
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