नोएडा: शारदा यूनिवर्सिटी में बीटेक के छात्र शिवम डे की खुदकुशी के बार परिवार में मातम छा गया है। शिवम अपने माता पिता के इकलौते बेटे थे। उनके जाने से उन पर मानो वज्रपात हो गया है। मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। शिवम ग्रेटर नोएडा के एक प्राइवेट हॉस्टल में रहते थे और वहीं उन्होंने फांसी लगा ली थी। परिवार के लोग बिहार के मधुबनी से नोएडा आए हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
परिवार का आरोप है कि शिवम सेकेंड ईयर के एग्जाम में जरूरी सीजीपीए नहीं ला पाया था और कॉलेज के कुछ छात्र उसे तंग करते थे, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। शिवम अगस्त 2023 से कॉलेज नहीं जा रहा था क्योंकि उसके कई पेपर में बैक आई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिवम के पिता कार्तिक चंद्र ने संदेह जताया है कि उनके बेटे ने खुदकुशी नहीं की है। शिवम 2023 से कॉलेज नहीं जा रहा था और उसके कई पेपर में बैक आई थी। कार्तिक चंद्र के अनुसार, कॉलेज ने उन्हें इस बारे में कभी नहीं बताया, बल्कि केवल ईमेल और मैसेज भेजकर फीस भरने को कहते रहे।
सुसाइड नोट पढ़कर हर कोई हो रहा भावुकशिवम एचएनआर बॉयज हॉस्टल में रहता था। पुलिस ने एफआईआर में इस बात का जिक्र भी किया है कि शिवम ने कुछ समय पहले अपने माता-पिता को बताया था कि बैक आने के बाद कॉलेज में कुछ बच्चे उसे तंग करते हैं। इसी वजह से उसने कॉलेज जाना छोड़ दिया। हालांकि माता-पिता के समझाने से करीब 3-4 महीने बाद वह कॉलेज जाने लगा था। शिवम डे ने खुदकुशी से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था जो कि इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। जो भी उस सुसाइड नोट को पढ़ रहा है वह भावुक हो जा रहा है।
नोट में देश में सही शिक्षा व्यवस्था लाने की बात लिखीशिवम ने सुसाइड नोट में सही शिक्षा व्यवस्था को देश में लाने की बात कही। उसने लिखा कि उसकी खुदकुशी का जिम्मेदार किसी को नहीं बनाया जाए। इस नोट में शिवम ने अपने मां-बाबा से माफी भी मांगी है और खुद को नाकाबिल बताया। फिलहाल परिवार शिवम के शव को बिहार के पूर्णिया ले गया है जहां पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
परिवार का आरोप है कि शिवम सेकेंड ईयर के एग्जाम में जरूरी सीजीपीए नहीं ला पाया था और कॉलेज के कुछ छात्र उसे तंग करते थे, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। शिवम अगस्त 2023 से कॉलेज नहीं जा रहा था क्योंकि उसके कई पेपर में बैक आई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिवम के पिता कार्तिक चंद्र ने संदेह जताया है कि उनके बेटे ने खुदकुशी नहीं की है। शिवम 2023 से कॉलेज नहीं जा रहा था और उसके कई पेपर में बैक आई थी। कार्तिक चंद्र के अनुसार, कॉलेज ने उन्हें इस बारे में कभी नहीं बताया, बल्कि केवल ईमेल और मैसेज भेजकर फीस भरने को कहते रहे।
सुसाइड नोट पढ़कर हर कोई हो रहा भावुकशिवम एचएनआर बॉयज हॉस्टल में रहता था। पुलिस ने एफआईआर में इस बात का जिक्र भी किया है कि शिवम ने कुछ समय पहले अपने माता-पिता को बताया था कि बैक आने के बाद कॉलेज में कुछ बच्चे उसे तंग करते हैं। इसी वजह से उसने कॉलेज जाना छोड़ दिया। हालांकि माता-पिता के समझाने से करीब 3-4 महीने बाद वह कॉलेज जाने लगा था। शिवम डे ने खुदकुशी से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था जो कि इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। जो भी उस सुसाइड नोट को पढ़ रहा है वह भावुक हो जा रहा है।
नोट में देश में सही शिक्षा व्यवस्था लाने की बात लिखीशिवम ने सुसाइड नोट में सही शिक्षा व्यवस्था को देश में लाने की बात कही। उसने लिखा कि उसकी खुदकुशी का जिम्मेदार किसी को नहीं बनाया जाए। इस नोट में शिवम ने अपने मां-बाबा से माफी भी मांगी है और खुद को नाकाबिल बताया। फिलहाल परिवार शिवम के शव को बिहार के पूर्णिया ले गया है जहां पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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