रश्मि खत्री, देहरादून: राजधानी देहरादून के साथ ही धर्मनगरी हरिद्वार की जनता को आवागमन के लिए जल्द ही सुविधाएं मिलने जा रही हैं। प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के अंतर्गत हरिद्वार और देहरादून में 150 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही बसों की खरीद की जायेगी। देहरादून और हरिद्वार में बस अड्डों के निर्माण के साथ ही चार्जिंग स्टेशनों को स्थापित करने का काम शुरू किया जा रहा है। अभी तक 28 स्थानों पर ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी अवसंरचनाओं स्थापना के कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे करने के निर्देश दिया है। इसके लिए दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर ग्रीन सेस लागू करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के साथ ही बस अड्डों का निर्माण समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश भी सीएम ने दिये हैं। उन्होंने बस अड्डों, पार्किंग स्थल, राजकीय भवनों, गेस्ट हाउस व पेट्रोल पंपों के समीप चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने परिवहन निगम की आय बढ़ाने पर भी विशेष जोर दिया।
परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक रीना जोशी के अनुसार देहरादून और हरिद्वार में प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना शुरू की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सुगम, सुलभ एवं पर्यावरण अनुकूल यातायात सुविधा प्रदान करना है। राज्य सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने और वायु प्रदूषण में कमी लाने के उद्देश्य से ई-व्हीकल चार्जिंग अवसंरचना के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि योजना के लिए भारत सरकार से 27.38 करोड़ का अनुमोदन प्राप्त हो गया है।
देहरादून और हरिद्वार में नई इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होने से नागरिकों को सुगम, सुलभ और पर्यावरण के अनुकूल यातायात सुविधा मिलेगी। वहीं इस योजना से करीब 750 नए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने और वायु प्रदूषण कम करने के लिए चार्जिंग अवसंरचना पर जोर दे रही है। योजना के प्रथम चरण में 28 स्थलों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी अवसंरचनाओं स्थापना के कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे करने के निर्देश दिया है। इसके लिए दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर ग्रीन सेस लागू करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के साथ ही बस अड्डों का निर्माण समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश भी सीएम ने दिये हैं। उन्होंने बस अड्डों, पार्किंग स्थल, राजकीय भवनों, गेस्ट हाउस व पेट्रोल पंपों के समीप चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने परिवहन निगम की आय बढ़ाने पर भी विशेष जोर दिया।
परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक रीना जोशी के अनुसार देहरादून और हरिद्वार में प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना शुरू की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सुगम, सुलभ एवं पर्यावरण अनुकूल यातायात सुविधा प्रदान करना है। राज्य सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने और वायु प्रदूषण में कमी लाने के उद्देश्य से ई-व्हीकल चार्जिंग अवसंरचना के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि योजना के लिए भारत सरकार से 27.38 करोड़ का अनुमोदन प्राप्त हो गया है।
देहरादून और हरिद्वार में नई इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होने से नागरिकों को सुगम, सुलभ और पर्यावरण के अनुकूल यातायात सुविधा मिलेगी। वहीं इस योजना से करीब 750 नए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने और वायु प्रदूषण कम करने के लिए चार्जिंग अवसंरचना पर जोर दे रही है। योजना के प्रथम चरण में 28 स्थलों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं।
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