News India Live, Digital Desk: Maha Mrityunjaya Mantra : शिव भक्तों के लिए जून 2025 का महीना बेहद खास होने वाला है! सावन मास शुरू होने से पहले ही एक ऐसा दुर्लभ और बेहद शुभ संयोग बन रहा है, जब एक ही दिन ‘सोमवार’, ‘प्रदोष व्रत’ और ‘मासिक शिवरात्रि’ का महामिलन होगा। यह अद्भुत संयोग 23 जून 2025, मंगलवार को पड़ रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इसे ‘त्रिदेव’ जैसे तीन गुना फल देने वाला माना गया है।
यह शुभ संयोग क्यों है खास?
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सोमवार: यह दिन भगवान शिव को समर्पित है। सोमवार को शिव जी की पूजा करने से विशेष कृपा मिलती है।
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प्रदोष व्रत: यह व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। प्रदोष काल (शाम का समय) भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिन शिव जी की पूजा करने से सारे पाप मिट जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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मासिक शिवरात्रि: हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन व्रत रखने और शिव जी की पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
जब ये तीनों शुभ संयोग एक साथ आते हैं, तो पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करने वाले को असीम पुण्य की प्राप्ति होती है और उसकी हर इच्छा पूरी होती है।
क्या करें इस दिन?
इस दिन आप अपनी राशि के अनुसार कुछ विशेष उपाय करके भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं और अपनी किस्मत चमका सकते हैं:
सुबह जल्दी उठें: ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
शिवलिंग पर जल चढ़ाएं: पास के शिव मंदिर जाएं या घर पर ही शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, सफेद फूल, शमी पत्र और चंदन चढ़ाएं।
मंत्र जाप करें: ‘ॐ नमः शिवाय’ या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
प्रदोष काल में पूजा: शाम के समय (सूर्यास्त के बाद, रात से पहले) प्रदोष काल में विशेष पूजा करें और शिव चालीसा का पाठ करें।
व्रत रखें: अगर संभव हो तो पूरे दिन व्रत रखें। फलाहार ले सकते हैं।
गरीबों को दान: अपनी क्षमता अनुसार गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को अन्न या वस्त्र का दान करें।
यह दिन शिव भक्तों के लिए अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का एक सुनहरा अवसर है। इस विशेष संयोग का लाभ उठाएं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।
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