कभी-कभी ऐसा लगता है कि आपके घर में पैसा आता तो है, लेकिन टिकता नहीं। सब कुछ ठीक चल रहा हो, तब भी मन बेचैन रहता है, या खर्चे अचानक बढ़ जाते हैं। ऐसे में कई लोग कहते हैं, "घर की धन-संपत्ति छिन गई।" दरअसल, समृद्धि का मतलब सिर्फ़ पैसा नहीं, बल्कि आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-शांति और स्थिरता भी है।जब यह ऊर्जा कमजोर होती है, तो नकारात्मकता, संघर्ष और मानसिक तनाव बढ़ता है। ऐसा हमारी कुछ छोटी-छोटी आदतों के कारण होता है, तो आइए जानते हैं कि अगर आप अपने घर में सुख-समृद्धि चाहते हैं तो क्या न करें।नाखून चबाना - ज्योतिष और वास्तु दोनों के अनुसार, नाखून चबाना बेहद अशुभ माना जाता है। यह आदत न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह आपके शरीर की ऊर्जा को भी कमज़ोर करती है। कहा जाता है कि अगर कोई बार-बार ऐसा करता है, तो उसके घर की समृद्धि धीरे-धीरे कम होती जाती है। इसलिए, इस आदत को तुरंत छोड़ देना चाहिए।मेहमानों के प्रति नाराजगी - घर में मेहमानों के आने पर हम अक्सर नाराज़ हो जाते हैं, लेकिन शास्त्रों में कहा गया है, "अतिथि देवो भव।" जिस घर में मेहमान नाराज़ या क्रोधित रहते हैं, वहाँ देवी लक्ष्मी धीरे-धीरे रुकना बंद कर देती हैं। प्रसन्न मन से मेहमानों का स्वागत, सत्कार और सम्मान करने से घर में शुभता और समृद्धि बनी रहती है।घर का कूड़ा-कचरा घर में ही रखें - वास्तु के अनुसार, घर में जमा कूड़ा-कचरा नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। अगर कूड़े को कई दिनों तक फेंका न जाए या किसी कोने में पड़ा रहने दिया जाए, तो यह घर की समृद्धि में बाधा उत्पन्न करता है। रोज़ सुबह घर की सफ़ाई करें और उसी दिन कूड़ा-कचरा बाहर निकाल दें। ख़ास तौर पर रसोई और पूजा स्थल को हमेशा साफ़ रखें।टूटे या फटे सामान का इस्तेमाल - कई लोग अपने घरों में सालों तक टूटे बर्तन, घड़ियाँ या फर्नीचर रखते हैं। ये सामान वास्तु दोष बढ़ाते हैं और दरिद्रता का प्रतीक माने जाते हैं। टूटे हुए सामान न केवल ऊर्जा को अवरुद्ध करते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी भारी वातावरण बनाते हैं। घर से पुराने, टूटे हुए सामान को तुरंत हटा दें।बड़ों के साथ दुर्व्यवहार - शास्त्रों के अनुसार, जो व्यक्ति अपने रिश्तेदारों या बड़ों के साथ दुर्व्यवहार करता है, वह धीरे-धीरे उनकी कृपा खो देता है। परिवार में झगड़े, अपमान और मतभेद होने से देवी लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। अपने माता-पिता, भाई-बहन या रिश्तेदारों के साथ दयालु व्यवहार करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
You may also like

गोविंदा की खराब तबीयत के बीच सुनीता आहूजा ने धर्मेद्र के लिए की माता रानी से दुआ, कहा- पंजाबी लोग हार नहीं मानते

जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के 200 ठिकानों पर छापेमारी, जानिए चप्पे-चप्पे पर कैसे हो रही तलाशी

बिहार चुनाव 2025 Exit Poll के वो 5 सर्वे, जिन्होंने महागठबंधन के लिए 100 से ज्यादा सीटों की 'भविष्यवाणी' की

बिहार के सत्ता-संग्राम की कहानी: राज्य स्थापना से अब तक कौन भाया बिहार को संघर्ष-सत्ता और सफर का इतिहास

दिल्ली कार ब्लास्ट केस: एनआईए ने जांच के लिए टीम गठित की, एडीजी विजय सखारे को कमान





