News India Live, Digital Desk: नेपाल की राजनीति में एक दिलचस्प घटनाक्रम देखने को मिला है। प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल 'प्रचंड' ने अपनी कैबिनेट में तीन नए मंत्रियों को शामिल किया है, और खास बात यह है कि इन तीनों का भारत के साथ एक मजबूत और पुराना रिश्ता रहा है। इस फैसले को भारत और नेपाल के बीच आने वाले दिनों के संबंधों के नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।कौन हैं ये तीन नए चेहरे?पदम गिरि: इन्हें कानून और न्याय मंत्री बनाया गया है। गिरि की पढ़ाई-लिखाई भारत में ही हुई है। उन्होंने देहरादून के एक मिलिट्री स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी।हित बहादुर तमांग: इन्हें पर्यटन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। तमांग भी पढ़ाई के लिए भारत पर निर्भर रहे हैं और उन्होंने अपनी शिक्षा भारत के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से पूरी की है।ज्वाला कुमारी साह: इन्हें कृषि मंत्रालय सौंपा गया है। ज्वाला कुमारी की जड़ें भी भारत से जुड़ी हुई हैं; उनका विवाह भारतीय राज्य बिहार के एक व्यक्ति से हुआ है।इन नियुक्तियों को सिर्फ एक सामान्य कैबिनेट विस्तार के तौर पर नहीं देखा जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि प्रधानमंत्री 'प्रचंड' ने इन चेहरों को चुनकर भारत के साथ संबंधों को और बेहतर बनाने का एक संकेत दिया है।गौरतलब है कि चीन लगातार नेपाल में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में इन मंत्रियों का चुना जाना, जिनका भारत के साथ व्यक्तिगत और शैक्षिक संबंध रहा है, नेपाल की विदेश नीति में एक संतुलन बनाने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा सकता है। आने वाला समय ही बताएगा कि ये नए मंत्री दोनों पड़ोसियों के बीच रिश्तों की डोर को कितना मजबूत कर पाते हैं।
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