जिले में मरीजों को अस्पताल तक लाने-ले जाने के लिए कागजों पर 44 एंबुलेंस सेवा चलाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन वास्तविकता में स्थिति बेहद चिंताजनक है। कई दूरस्थ क्षेत्रों में 108 एंबुलेंस सेवा समय पर नहीं पहुंच पा रही है, जिससे मरीजों की हालत बिगड़ रही है और इलाज में देरी हो रही है।
स्थानीय नागरिकों और स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि कई बार आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस को बुलाया जाता है, लेकिन वह निर्धारित समय पर नहीं पहुंचती, जिससे मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में भारी दिक्कत होती है। इससे मरीजों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ रहा है और कई बार समय पर इलाज न मिलने से उनकी स्थिति और खराब हो जाती है।
इस समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। एंबुलेंस सेवा की स्थिति सुधारने के लिए स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि मरीजों को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और जान-माल का नुकसान रोका जा सके।
स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है और सरकार से जल्द समाधान की अपील की है, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों और हर मरीज को समय पर उपचार मिल सके।
You may also like
कानपुर: तेज रफ्तार डंपर ने दो युवकों को कुचला, एक की मौत
सिंकफील्ड कप: गुकेश ने चौथे राउंड में वाचियर-लाग्रेव से ड्रॉ खेला
महिला वनडे विश्व कप 2025: बेंगलुरु के पांचों मैच नवी मुंबई स्थानांतरित
पाकिस्तान के बाजौर जिले की मस्जिद में आईईडी तैयार करते समय विस्फोट, 30 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए
कर्मचारियों का कलम-कार्यालय बंद आंदोलन, कामकाज ठप