बीती रात से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने टीकमगढ़ शहर को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। शहर की प्रमुख कॉलोनियां और रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे हजारों घरों में पानी घुस गया और जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
शहर की सुभाष परम कॉलोनी, शिवनगर कॉलोनी, कौशलपुरी, सिविल लाइन, शिव शक्ति कॉलोनी, विद्युत विभाग कॉलोनी, सेलसागर और स्मार्ट बाजार के पीछे स्थित पुलिस कंट्रोल रूम तक जलभराव की चपेट में आ गए हैं। रात 4 बजे से ही इन इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई और कॉलोनियों ने तालाब का रूप ले लिया।
पानी में डूबे घर, घबराए लोगस्थानीय निवासियों के मुताबिक, बारिश का पानी अचानक घरों में घुसने लगा, जिससे लोग नींद से घबराकर जाग उठे। कई घरों के फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, राशन और जरूरी कागजात पानी में भीग गए। लोग छतों और ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए।
कॉलोनियों में बनी बाढ़ जैसी स्थितिकई कॉलोनियों में घुटनों से लेकर कमर तक पानी भर गया है। बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना परिवार वालों के लिए चुनौती बन गया है। बिजली आपूर्ति भी कई इलाकों में ठप हो गई है, जिससे संकट और बढ़ गया है।
रातभर बजते रहे प्रशासन के फोनरात 4:00 बजे से ही लोगों ने नगरपालिका, प्रशासन और राहत दलों को कॉल करना शुरू कर दिया। कई स्थानों पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन भारी पानी और लगातार बारिश के चलते राहत कार्यों में बाधाएं आईं।
प्रशासन अलर्ट मोड परजिला प्रशासन ने सुबह तक शहर को हाई अलर्ट पर रखा। टीकमगढ़ के कलेक्टर और एसडीएम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। नगरपालिका की टीमों को पंपिंग सेट और ट्रैक्टर-टैंकरों के साथ रवाना किया गया है।
प्रशासन ने स्कूलों को बंद रखने का निर्णय भी लिया है और लोगों से घरों में सुरक्षित रहने की अपील की है।
कारण: जल निकासी व्यवस्था फेलस्थानीय लोगों ने बताया कि टीकमगढ़ में वर्षों से सुनियोजित ड्रेनेज सिस्टम की कमी है। हर बार बारिश में यही स्थिति बनती है लेकिन स्थायी समाधान नहीं खोजा गया। नागरिकों ने नगर निगम और नगर पालिका की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।