आगामी बिहार विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने बुधवार को पंचायतवार/वार्डवार बूथ समितियों की दूसरे चरण की बैठक का आयोजन किया। बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘बूथ जीतो, चुनाव जीतो’ का संकल्प दिलाया गया। इस रणनीति के जरिए पार्टी नीचे से ऊपर तक संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने की समीक्षाबैठक की अध्यक्षता जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से सक्रिय भागीदारी और आपसी समन्वय बनाए रखने का आह्वान किया। कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि चुनाव में जीत की कुंजी बूथ पर जीत है, इसलिए प्रत्येक बूथ समिति को मिशन मोड में कार्य करना होगा।
उन्होंने कहा कि,
संगठनात्मक मजबूती पर दिया गया जोर“हर कार्यकर्ता को यह समझना होगा कि पार्टी की ताकत उसकी जमीनी पकड़ में है। अगर हम हर बूथ पर मजबूत होंगे तो कोई भी विपक्षी दल हमें हरा नहीं सकता।”
बैठक के दौरान पार्टी नेतृत्व ने बूथ स्तर पर संगठनात्मक ढांचे की समीक्षा की। यह देखा गया कि किन बूथों पर संगठन सक्रिय है और कहां पर बदलाव या सशक्तीकरण की आवश्यकता है।
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हर पंचायत और वार्ड स्तर पर बूथ अध्यक्षों की जिम्मेदारियों को दोहराया गया।
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युवा, महिला और अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े कार्यकर्ताओं को बूथ पर मजबूती से काम करने के निर्देश दिए गए।
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नवीन मतदाताओं से संपर्क और डिजिटल प्रचार को भी प्राथमिकता देने की बात कही गई।
बैठक में हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों के परिणामों की भी समीक्षा की गई। कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा में जहां पार्टी को कुछ झटके लगे, वहीं यह अनुभव अब विधानसभा चुनाव की तैयारी में काम आएगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को अब और सजग और अनुशासित होकर संगठन के मूल मंत्र पर चलना होगा।
बूथ स्तरीय टीम को दी गई जिम्मेदारियां-
हर बूथ पर कम से कम 11 सक्रिय कार्यकर्ता नियुक्त करने का लक्ष्य रखा गया।
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सभी कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची का गहराई से अध्ययन कर, प्रत्येक मतदाता तक पहुंच बनाने का निर्देश दिया गया।
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जनसंपर्क अभियान और घर-घर पहुंचने की रणनीति पर जोर दिया गया।
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