आज के दौर में हर किसी के पास एक से ज्यादा सिम कार्ड होना आम बात है। कोई निजी काम के लिए सिम रखता है, कोई ऑफिस के लिए, तो कोई सिर्फ इंटरनेट डेटा के लिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि टेलीकॉम नियमों के मुताबिक आपके नाम पर कितने सिम कार्ड रजिस्टर्ड हो सकते हैं? अगर नहीं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है, वरना एक छोटी-सी गलती आपको भारी पड़ सकती है।
सिम कार्ड की सीमा क्या है?भारतीय दूरसंचार नियमों के हिसाब से एक व्यक्ति अपने नाम पर ज्यादा से ज्यादा 9 सिम कार्ड रख सकता है। लेकिन जम्मू-कश्मीर, असम और पूर्वोत्तर राज्यों में ये सीमा 6 सिम कार्ड तक सीमित है। हाल ही में लागू हुए टेलीकम्युनिकेशन्स एक्ट, 2023 में भी इन नियमों को जस का तस रखा गया है। अगर आप इस सीमा से ज्यादा सिम कार्ड रखते हैं, तो आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
गलती की सजा: जुर्माना और जेलअगर कोई व्यक्ति तय सीमा से ज्यादा सिम कार्ड अपने नाम पर रखता है, तो उसे पहली बार में 50,000 रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। अगर यही गलती दोबारा हुई, तो जुर्माना बढ़कर 2 लाख रुपये तक हो सकता है। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। अगर किसी ने फर्जी तरीके से, यानी किसी और की पहचान का इस्तेमाल करके सिम कार्ड लिया, तो सजा और भी सख्त है। ऐसे मामलों में 3 साल तक की जेल, 50 लाख रुपये तक का जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं। इसलिए ये जानना बहुत जरूरी है कि कहीं कोई आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर रहा, क्योंकि इसका जिम्मा भी आप पर ही पड़ सकता है।
संचार साथी पोर्टल: आपकी सुरक्षा का साथीसरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए संचार साथी (Sanchar Saathi) नाम का एक पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के जरिए आप आसानी से चेक कर सकते हैं कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड रजिस्टर्ड हैं। इसके लिए आपको बस https://tafcop.sancharsaathi.gov.in/ पर जाना है। वहां अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा डालें, फिर OTP के जरिए लॉगिन करें। लॉगिन करने के बाद आपको अपनी आईडी से जुड़े सभी सक्रिय मोबाइल नंबरों की लिस्ट दिख जाएगी। अगर कोई नंबर आपका नहीं है, तो उसे Not My Number पर क्लिक करके तुरंत रिपोर्ट कर दें। साथ ही, अगर कोई पुराना नंबर अब आपके काम का नहीं है, तो Not Required चुनकर उसे बंद करवाया जा सकता है।
ज्यादा सिम कार्ड हैं? घबराएं नहीं!अगर आपके नाम पर पहले से ही तय सीमा से ज्यादा सिम कार्ड रजिस्टर्ड हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। दूरसंचार विभाग (DoT) ने ऐसे मामलों के लिए री-वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया के तहत आप अपने अतिरिक्त सिम कार्ड को सरेंडर कर सकते हैं या उन्हें डिस्कनेक्ट करवा सकते हैं। ये कदम उठाकर आप न सिर्फ नियमों का पालन करेंगे, बल्कि अपनी पहचान को सुरक्षित भी रख पाएंगे।
क्यों है ये नियम इतना जरूरी?आज के समय में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है, और सिम कार्ड उसका आधार है। लेकिन एक छोटी-सी लापरवाही आपको भारी मुसीबत में डाल सकती है। चाहे वो जुर्माना हो, जेल की सजा हो, या फिर आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल। इसलिए आज ही संचार साथी पोर्टल पर जाकर अपने नाम पर चल रहे सिम कार्ड की जांच करें। थोड़ा-सा ध्यान आपको बड़ी परेशानी से बचा सकता है। आखिर, सावधानी में ही समझदारी है!
You may also like
झारखंड में महिलाओं ने करवा चौथ की पूजा कर मांगा अखंड सौभाग्य
दुघर्टना की रील बनाना छोड घायल को सबसे पहले पहुंचाएं अस्पताल : डीएसपी
आर्मी सहित कई कार्यालयों में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार
जानें, कौन सा पक्षी केवल बरसात के पानी पर निर्भर करता है?
(अपडेट) पुलिस और राहुल दुबे गैंग में मुठभेड़ में दो अपराधी घायल, कुल चार गिरफ्तार